नई दिल्ली : संसद में गतिरोध के लिए विपक्ष पूरी तरह से जिम्मेदार है. संसद के नहीं चलने से पैसा बर्बाद हो रहा है उससे विपक्षी पार्टियों को कोई लेना देना नहीं है.
यह बातें राज्यसभा में सदन के उप नेता और कैबिनेट मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी (Mukhtar Abbas Naqvi ) ने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में कहीं. वहीं 14 पार्टियों द्वारा सरकार के खिलाफ लामबंद होकर जंतर-मंतर में शुक्रवार को प्रदर्शन किया और आरोप लगाए कि सरकार ना तो किसानों की सुन रही है और ना ही संसद चलाना चाहती है.
वहीं एक तरफ सरकार जहां लगातार विपक्षी पार्टी के नेताओं से बात करने की कोशिश कर रही है, वहीं दिन-ब-दिन विपक्षी पार्टियों के आंदोलन और आक्रामक होते जा रहे हैं. इस मुद्दे पर कैबिनेट मंत्री नकवी ने कहा कि सदन के गतिरोध के लिए विपक्ष पूरी तरह से जिम्मेदार है, साथ ही जो पैसा बर्बाद हो रहा है उससे विपक्षी पार्टियों को कोई लेना देना नहीं है.
इस सवाल पर कि विपक्षी पार्टियां लामबंद होकर सरकार के खिलाफ अब सड़क पर उतर रही हैं, केंद्रीय मंत्री का कहना था कि कौन सी पार्टी, इस देश में 400 से लेकर 500 पार्टियां हैं, कुछ रजिस्टर्ड हैं कुछ अनरजिस्टर्ड और हर आदमी अपने आप को मुख्य विपक्षी पार्टी भी बताता है. उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियों का एजेंडा सिर्फ हंगामा करना रह गया है.
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उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियां यदि मुद्दा उठा रही हैं तो वह संसद के अंदर आकर क्यों नहीं उठाती हैं, क्यों नहीं वह किसानों पर चर्चा करती हैं. क्यों नहीं वो ऑर्बिट के मुद्दे उठा रही हैं, सिर्फ एक जासूसी की बात उठाकर सदन में गतिरोध पैदा करना यही विपक्ष मुख्य काम रह गया है.
वहीं टीएमसी के सांसदों ने आरोप लगाया है कि सरकार बगैर विपक्ष के ही एक के बाद एक बिल पास करती जा रही है, यह निरंकुशता के शासन की तरह है. इसके जवाब में केंद्रीय मंत्री नकवी का कहना था कि उन्हें अगर बिल पास करने की इतनी चिंता है तो वह सदन में बैठकर उन पर चर्चा करें. वह सदन का बहिष्कार क्यों कर रहे हैं और उसके बाद सरकार पर यह आरोप लगा रहे हैं विपक्ष में हर पार्टी चौधरी बनने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि उन्हें सदन से कोई मतलब नहीं है, ना ही जनता के पैसे से कोई लेना-देना है, उन्हें बस अपनी राजनीति चमकाना है.