रायपुर: स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि संसार में आधे से अधिक लोग तो इसलिए असफल (Operation Rahul of Janjgir Champa) हो जाते हैं कि, समय पर उनमें साहस का संचार नहीं हो पाता और वे भयभीत हो जाते हैं. इस कथन की सत्यता के प्रमाण छत्तीसगढ़ के ऑपरेशन राहुल में देखने ( Special talk with NDRF jawans who completed Operation Rahul ) को मिला. देश के सबसे बड़े रेस्क्यू ऑपरेशन को यहां सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया. जांजगीर चांपा में 104 घंटे से ज्यादा चले रेस्क्यू ऑपरेशन को जिन (Hero of Operation Rahul on ETV Bharat) बहादुर जवानों ने पूरा किया. आज उन्हें पूरा देश सलाम कर रहा है.
सीएम भूपेश बघेल ने किया ऑपरेशन राहुल के जवानों को सम्मानित: छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने ऑपरेशन राहुल के जवानों को सम्मानित किया. जांजगीर चांपा में बोरवेल के गड्ढे से राहुल को निकालने के लिए कई संगठनों की महत्वपूर्ण भूमिका रही. इन्हीं में से एक एनडीआरएफ की टीम भी है. एनडीआरएफ के जवानों ने दिन रात मेहनत कर रेस्क्यू के दौरान सामने आने वाली हर अड़चनों को अपनी साहस से मात दी.
NDRF की टीम में कौन कौन था शामिल: NDRF की टीम में 33 सदस्यों ने ऑपरेशन राहुल को सफल बनाने में अपना योगदान दिया. टीम के सदस्यों में एनडीआरएफ टीम प्रभारी वर्धमान मिश्रा, टीम कमांडर एसके त्रिपाठी, इंस्पेक्टर रविंद्र रावत, महावीर मोहंती, सुमित कुमार यादव, विकास भगत और सब इंस्पेक्टर एसके सिन्हा शामिल थे. ईटीवी भारत ने NDRF के इन वीर जवानों और अधिकारियों से बात की.
वर्धमान मिश्रा ने सीएम बघेल को दिया धन्यवाद: एनडीआरएफ टीम प्रभारी वर्धमान मिश्रा ने कहा कि "हमे ज्यादा परेशानी टनल बनाने में आई. हमे बच्चे का ध्यान रखना था. इसलिए हम काफी चुनौती के साथ टनल बना रहे थे. क्योंकि जिस बोरवेल में राहुल गिरा था उसमें पाइप नहीं था. जिसकी वजह से काफी एहतियात बरतना पड़ रहा था. वर्धमान मिश्रा ने कहा कि चट्टान की वजह से हमे कई रुकावटों का सामना करना पड़ा. हम दिन रात काम कर रहे थे. राहुल साहू का रेस्क्यू और उसको सफलता पूर्वक निकालने के बाद हम काफी खुश हैं. हम अपनी सारी परेशानी अब भूल चुके हैं. हम सीएम बघेल का भी धन्यवाद देना चाहते हैं".
ऑपरेशन काफी कठिन था: इंस्पेक्टर महावीर ने बताया कि "सबसे पहले मुझे जांजगीर चांपा की पुलिस से कॉल आया था. मैं भिलाई में रहता हूं. उन्होंने बताया कि सीएम भूपेश बघेल को आप पर काफी भरोसा है. हमने जो प्लान किया था. उससे हालात काफी अलग था. पूरे गांव में हमने बोर वेल चालू कराया. जिसकी वजह से पानी का स्तर घटा और लगातार हम स्टेप बाई स्टेप काम कर रहे थे. जिसके बाद यह ऑपरेशन सफल हुआ. हमने चट्टान को ड्रिल कर टनल बनाया और राहुल के पास हम लोग पहुंचे"
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सीएम भूपेश बघेल ने क्या कहा ? : रेस्क्यू टीम को सम्मानित करने के बाद सीएम ने कहा कि ''जिस लगन और समर्पण भाव से काम किया गया, वह तारीफ के योग्य है. ऑपरेशन में शामिल सभी सदस्यों ने हिम्मत से काम लिया.'' सीएम ने कहा कि आप सभी बधाई के पात्र हैं."