बेंगलुरु : ओला इलेक्ट्रिक ने गुरुवार को घोषणा की कि उसने टेमासेक के नेतृत्व वाले निवेशकों से इक्विटी, ऋण राउंड और भारतीय स्टेट बैंक से प्रोजेक्ट ऋण के तहत 3,200 करोड़ रुपये की फंडिंग पूरी कर ली है.
कंपनी ने एक बयान में कहा कि जुटाए गए फंड का इस्तेमाल ओला के ईवी कारोबार के विस्तार और तमिलनाडु के कृष्णागिरि में भारत की पहली लिथियम-आयन सेल विनिर्माण सुविधा स्थापित करने में किया जाएगा. ओला इलेक्ट्रिक का लक्ष्य इलेक्ट्रिक कारों के बाद इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल लॉन्च करना और गीगाफैक्ट्री के निर्माण में तेजी लाना है.
ओला इलेक्ट्रिक के संस्थापक और सीईओ भाविश अग्रवाल ने कहा, ''हम ईवी और सेल में मुख्य प्रौद्योगिकियों को विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. स्थायी गतिशीलता में परिवर्तन को और तेज करने के लिए विनिर्माण को तेजी से बढ़ा रहे हैं. हमारे निवेशकों और ऋणदाताओं ने ओला के दृष्टिकोण में गहरा विश्वास दिखाया है। हम उन्हें निरंतर समर्थन और प्रोत्साहन के लिए धन्यवाद देते हैं.''
ओला इलेक्ट्रिक को हाल ही में सरकार द्वारा अपनी महत्वाकांक्षी सेल पीएलआई योजना के तहत 20 गीगा वॉट आवर की अधिकतम क्षमता प्राप्त करने वाली एकमात्र भारतीय ईवी कंपनी के रूप में चुना गया था. ओला की लिथियम-आयन सेल विनिर्माण सुविधा की चरण 1 में प्रारंभिक क्षमता 5 गीगा वॉट आवर होगी, जिसे चरणों में पूरी क्षमता पर 100 गीगा वॉट आवर तक बढ़ाया जाएगा.
ओला इलेक्ट्रिक ने हाल ही में अपने स्कूटर पोर्टफोलियो को पांच उत्पादों तक विस्तारित किया है. ई-स्कूटर एस1 प्रो, एस1 एयर, एस1 एक्स प्लस, एस1 एक्स (3केडब्ल्यूएच), और एस1 एक्स (2केडब्ल्यूएच) नए और उन्नत जेनरेशन-2 प्लेटफॉर्म पर बनाए गए हैं. कंपनी ने अगले साल के अंत तक लॉन्च होने वाली अपनी बाइक लाइन-अप भी पेश की है.
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