पूर्णिया: पूरे विश्व में आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International yoga day 2022) मनाया जा रहा है. भारत को योग की जन्मभूमि माना जाता है. यहां योग की परंपरा उतनी ही पुरानी है, जितनी कि भारतीय संस्कृति. इसके चलते विश्वभर में 21 जून को योग दिवस मनाया जाता है, जिसकी शुरूआत पीएम मोदी ने 2015 में की थी. इस साल भी योग दिवस के मौके पर देश-प्रदेश में कई कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं. आज हम आपको इस मौके पर बिहार (Officers And Workers Do Yoga daily In Purnia) के एक सरकारी कार्यालय के बारे में बताएंगे, जहां अधिकारी और कर्मचारी अपने काम के बीच में योग करते दिखाई देते हैं.
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विद्युत विभाग में कर्मचारी रोज करते हैं योगाः सरकारी कार्यालय में सरकारी कामों के बीच योग, ये बात सुनकर भले ही आपको आश्चर्य हो रहा हो. लेकिन ये बात सच है. जिले के विद्युत विभाग के दफ्तर में अधिकारी और कर्मचारी अपने को फिट रखने के लिए काम के बीच में योग कर रहे हैं. ऐसा नहीं कि यह सिर्फ सप्ताह में किसी एक दिन योगाभ्यास के लिए इकट्ठा होते हैं. यहां योग करना पदस्थापित अधिकारियों और कर्मचारियों के रोजमर्रा के कामों में शामिल है.
दो टाइम कर्मचारी करते हैं योगः एनबीपीडीसीएल के अधीक्षण अभियंता ई सीताराम पासवान बताते हैं कि जिले के बिजली महकमे में शुरू की गई इस अनूठी पहल का श्रेय मुख्य रूप से ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव व बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी के मुख्य निदेशक प्रत्यय अमृत को जाता है. जिसके बाद विभाग की ओर से 5 मिनट का योग से जुड़ा एक वीडियो रिलीज किया गया. इसे देखकर निर्धारित समय पर विभाग के सभी सदस्य 5 मिनट तक ये योगाभ्यास करते हैं. सीताराम कहते हैं कि इस तरह हमारा महकमा देश का ऐसा पहला सरकारी दफ्तर है, जहां काम के साथ ही दफ्तर का स्टॉफ रोजाना योगाभ्यास करते हैं. वहीं फिट और निरोग रखने में यह योगाभ्यास खासा फायदेमंद साबित हो रहा है.
'योग गुरु महर्षि मेंही की जन्मभूमि है बिहार': वहीं विभाग के कार्यपालक अभियंता नटवर लाल गुप्ता कहते हैं कि पहले यह थोड़ा कठिन था. लेकिन अब इन्हें इनकी आदत हो गयी है और दिमाग में एक रिमाइंडर सेट हो चुका है. यही वजह है कि सभी कर्मचारी तय समय से कॉमन हॉल में रोजाना होने वाले योगाभ्यास के लिए जुटते हैं. विभाग का पूरा स्टाफ रोजाना ऑफिस टाइम के बाद दोपहर 11:30 बजे और दोपहर के लांच के बाद 4 बजे नियमित तौर पर योगाभ्यास करता है. उन्होंने कहा कि पूर्णिया प्रारंभ से ही योगभूमि रही. इसका जीवंत प्रमाण महान योग गुरु महर्षि मेंही का इस पावन माटी पर जन्म लेना है. लिहाजा, महर्षि मेंही की इस परंपरा को हम और हमारा विभाग आगे बढ़ा रहा है.
क्या बोले अधिकारी और कर्मचारीः विभाग में पदास्थापित इंजीनियर स्नेह संगम और विशाला ने कहा, योग करने के फायदे दिख रहे हैं. इससे काफी एनर्जी मिल रही है. थकावट दूर हो जाती है. काम का प्रेशर (वर्क लोड) दूर रहता है स्नेह कहती है कि अगर शरीर फिट नहीं होगा, तो आप कोई काम नहीं कर सकते. कार्यालय में जब योग शुरु हुआ तो समझ नहीं आता था कि कैसे करेंगे. लेकिन अब इसे शेड्यूल के अनुसार कर रहे हैं. वहीं विशाला ने बताया कि भले ही ये 5 मिनट का योग है लेकिन इससे एनर्जी मिल रही है. उन्होंने कहा कि इससे हम अपनी संस्कृति से भी जुड़ रहे हैं.
स्वच्छता का भी संदेश दे रहा ये विभागः पूर्णिया विद्युत विभाग के इस कार्यालय में सफाई पर भी जोर दिया गया है. सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी गई है. अधीक्षण अभिसंता कार्यालय के बाहर बहुत ही आकर्षक डस्टबिन बनाया गया है, जिसमें दो बॉक्स बनाए गए हैं. एक बॉक्स में प्लास्टिक कूड़ा और दूसरे में अन्य कूड़ा फेंकने के लिए लिखा हुआ है. कार्यालय की दीवारों पर पर्यावरण बचाने के लिए कई तरह के संदेश लिखे गए हैं. लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के लिए दीवारों पर 'प्लास्टिक हटाओ, पर्यावरण बचाओ', 'हमारी अभिलाषा, पर्यावरण संरक्षण' तथा 'स्वच्छ राष्ट्र बनाना है, हर घर से प्लास्टिक हटाना है' जैसे संदेश अंकित हैं.
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