भुवनेश्वर : ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बुधवार को थॉमस कप विजेता भारतीय बैडमिंटन टीम का अभिनंदन किया. सम्मान समारोह भुवनेश्वर स्थित लोक सेवा भवन के न्यू कन्वेंशन सेंटर में आयोजित हुआ. उल्लेखनीय है कि भारत ने 14 बार के थॉमस कप विजेता इंडोनेशिया को हराकर खिताब जीता है. तदनुसार, ओडिशा सरकार का खेल और युवा मामले विभाग लोकसेवा भवन में एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया.
इस अवसर पर ओडिशा सीएम नवीन पटनायक ने थॉमस कप 2022 के विजेता प्रत्येक खिलाड़ी को 10-10 लाख रुपये का पुरस्कार दिया. मौके पर ओडिशा में पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी पुलेला गोपीचंद के साथ थॉमस कप जीतने वाली पूरी भारतीय बैडमिंटन टीम को सम्मानित गया.
बता दें कि भारतीय बैडमिंटन टीम ने हाल ही में फाइनल में इतिहास रचते हुए इंडोनेशिया को 3-0 से हराकर अपना पहला थॉमस कप खिताब जीत लिया. लक्ष्य सेन की जीत, सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी-चिराग शेट्टी की युगल जोड़ी और पूर्व विश्व नंबर 1 किदांबी श्रीकांत ने भारत को कप जीतने में मदद की. थॉमस कप बैडमिंटन में सबसे प्रतिष्ठित खिताब है. भारतीय टीम पहले 1952, 1955 और 1979 में थॉमस कप के सेमीफाइनल में पहुंची थी, जबकि इंडोनेशिया टूर्नामेंट के इतिहास में सबसे सफल देश रहा है, जिसके नाम 14 खिताब हैं. इस ऐतिहासिक दिन में लक्ष्य सेन ने एंथनी गिंटिंग को 8-21, 21-17, 21-16 से हराकर भारत को 1-0 से बढ़त दी.
भारतीय स्टार ने शानदार खेल दिखाया, जिसमें इंडोनेशियाई संघर्ष करते दिखाई दिए. उन पर आखिरी तक दबाव बनाकर एक शानदार जीत हासिल की. इस बीच, दिन के दूसरे मैच में मोहम्मद अहसान और केविन संजय सुकामुल्जो की इंडोनेशियाई जोड़ी ने सही शुरुआत की और भारत के रंकीरेड्डी और शेट्टी के खिलाफ अपना पहला गेम 21-18 से जीत लिया. भारतीय जोड़ी ने दूसरे गेम के शुरुआती चरण में नेतृत्व किया, लेकिन अहसान और सुकामुल्जो ने अपना कौशल दिखाया और पहले मैच के मौके का फायदा उठाया.
हालांकि, रैंकीरेड्डी और शेट्टी ने हार मानने से इनकार करते हुए असाधारण प्रदर्शन के साथ अपनी वापसी की और आगे बढ़कर दूसरा गेम 23-21 से जीत लिया. निर्णायक गेम में भारतीयों ने जल्द ही बढ़त बनाई, लेकिन अहसान और सुकामुल्जो ने 11-11 से बराबरी की और बढ़त बना ली. इसके बाद भारतीय जोड़ी ने भी 17-17 से बराबरी कर ली. रंकीरेड्डी और शेट्टी को आखिरकार अपना पहला मैच प्वाइंट मौका मिला और दुनिया की आठवें नंबर की जोड़ी ने भारत को 21-19 से जीत दिला दी. दिन के तीसरे मैच में किदांबी श्रीकांत का सामना जोनाथन क्रिस्टी से हुआ. भारतीय शटलर ने पूरे मैच में काफी अच्छा प्रदर्शन किया और शुरुआती गेम को 21-15 से जीत लिया. दूसरा गेम काफी करीबी रहा, लेकिन श्रीकांत ने अपने अनुभव का इस्तेमाल किया और क्रिस्टी को 23-21 से हराकर भारत के लिए खिताब पर मुहर लगा दी.