बालासोर: रुला देने वाली एक घटना में, एक महिला अपने पति की मृत्यु के बाद के संस्कारों के लिए घर-घर जाकर पैसे की गुहार लगा रही है. घटना ओडिशा के बालासोर जिले के बस्ता ब्लॉक के तदादा पंचायत के सासन गांव की है. जानकारी के मुताबिक जगु सोरेन की मौत 21 अक्टूबर को हुई थी. वह अपने परिवार में अकेले कमाने वाले शख्स थे. जगू के उनके परिवार में चार सदस्य रह गये हैं. पत्नी सुमिता, ग्यारह साल की बेटी सुनी, बेटा माधा (6) और सुशील (3).
जगू अकेले काम करके अपने परिवार का भरण-पोषण करते थे. सोते समय अचानक उनकी मृत्यु हो गई. उसकी मौत के बाद सुमिता और बच्चे पूरे दिन भूखे रहकर दर-दर की ठोकर खाकर गुजारा कर रहे हैं. एक प्राचीन परंपरा का पालन करते हुए सुमिता को जगू की मृत्यु के बाद के संस्कार भी करने होंगे. पत्नी के पास अपने पति की मृत्यु के बाद की रस्मों के लिए पैसे जुटाने के लिए अपने पड़ोस में घर-घर जाकर भीख मांगने के अलावा कोई विकल्प नहीं था.
हालांकि अपर जिलाधिकारी सुधाकर नायक ने तत्काल बीडीओ मोहिनी नायक को रेडक्रॉस से आर्थिक सहायता दिलाने का निर्देश दिया. स्थानीय सरपंच पंगम कुमार दास ने मांग की है कि परिवार को सरकारी आवास और भत्ता मुहैया कराया जाए.
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यह खबर फैलने के बाद जलेश्वर और बस्ता इलाके के विभिन्न स्वयंसेवी संगठन असहाय परिवारों के पास पहुंचे हैं. बस्ता बीडीओ मोहिनी मोहन नाइक, जीपीओ अंजन मनीगढ़ी घाम गांव की सुमिता के घर गए और उसकी दुर्दशा देखी और रेड क्रॉस फंड से 10,000 रुपये का वित्तीय अनुदान के साथ-साथ विधवा भत्ता और आवास योजना के तहत जल्द ही एक घर देने का वादा किया.