भुवनेश्वर : ओडिशा सरकार ने बुधवार को बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवात के पूर्वानुमान के मद्देनजर राज्य के सात तटीय जिलों को अलर्ट पर रखा है. गंजम, पुरी, खुर्दा, जगतसिंहपुर, भद्रक, केंद्रपाड़ा और बालासोर जिलों को राज्य के विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) द्वारा सभी एहतियाती उपाय करने के लिए कहा गया है. जबकि मौसम कार्यालय ने अभी तक संभावित चक्रवात की तीव्रता, प्रक्षेपवक्र और भूस्खलन क्षेत्र की भविष्यवाणी नहीं की है.
नवीनतम मौसम की स्थिति के बारे में एसआरसी द्वारा विभिन्न सरकारी विभागों को भी सूचित किया गया था. अपनी नवीनतम रिपोर्ट में, मौसम कार्यालय ने कहा कि उत्तरी अंडमान सागर पर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि इसके प्रभाव में, अगले 24 घंटों के दौरान दक्षिण-पूर्व और उससे सटे पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है.
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भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि यह पश्चिम उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ सकता है और 22 अक्टूबर की सुबह तक मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक अवसाद में केंद्रित हो सकता है. विभाग के मुताबिक, इसके बाद के 48 घंटे के दौरान के दौरान पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती तूफान के तेज होने की संभावना है. आईएमडी ने मछुआरों को 22 अक्टूबर से पश्चिम मध्य और उससे सटे उत्तरी बंगाल की खाड़ी में और 23 अक्टूबर से ओडिशा तट से दूर नहीं जाने की सलाह दी है.
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि कम दबाव का क्षेत्र बनने के बाद ही तीव्रता और प्रक्षेपवक्र पर सटीक भविष्यवाणी की जा सकती है. मौसम वैज्ञानिक शरत साहू ने कहा कि 22 अक्टूबर तक साफ तस्वीर सामने आएगी.