लुधियाना: पंजाब में लुधियाना के गियासपुरा इलाके में 30 अप्रैल को जहरीली गैस रिसाव से 11 लोगों की मौत मामले की जांच के लिए गठित विभिन्न टीमों ने लुधियाना एसडीएम वेस्ट को अपनी जांच रिपोर्ट सौंप दी है. एसडीएम ने रिपोर्ट एनजीटी को भेज दी है. इस रिपोर्ट में मौतों के लिए किसी भी विभाग को जिम्मेदार नहीं ठहराया गया है. रिपोर्ट में मृतकों के घर बनाने के तरीके को मौत का कारण माना गया है और उनके घर काफी पुराने होने के कारण उन्होंने कोई नक्शा भी पास नहीं कराया था.
हाइड्रोजन सल्फाइड हुई थी मौतें: लुधियाना वेस्ट के एसडीएम हरजिंदर सिंह ने कहा कि उन्होंने हर एंगल से जांच की है. इसके अलावा इलाके में चल रही फैक्ट्रियों, तकनीकी टीमों, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, नगर निगम और सिविल सर्जन से बात करने के बाद यह रिपोर्ट तैयार की गई है. उन्होंने कहा कि किसी भी विभाग को सीधे तौर पर जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता, क्योंकि मौतें हाइड्रोजन सल्फाइड के कारण हुईं, जो अक्सर सीवेज में पाया जाता है.
सीवरेज कनेक्शन: एसडीएम ने रिपोर्ट में स्पष्ट किया कि जिस दिन यह हादसा हुआ उस दिन इलाके में ऐसी कोई फैक्ट्री नहीं चल रही थी. उन्होंने कहा कि साल 1998 के आसपास आरती क्लिनिक और आसपास की अन्य इमारतों का निर्माण अवैध रूप से किया गया था, जिसके चलते उन्होंने गलत तरीके से सीवेज कनेक्शन जोड़ लिया था और इसका खुलासा नगर निगम की टीम ने किया है. उन्होंने कहा कि अब एनजीटी इस संबंध में आगे की जांच कराएगी. एसडीएम ने बताया कि उन्होंने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और अन्य विभागों से अपनी निगरानी तेज करने को कहा है.
गौर हो कि पंजाब में लुधियाना जिले के गियासपुरा इलाके में 30 अप्रैल को गैस रिसाव की घटना सामने आई थी. पुलिस ने 11 लोगों की मौत पुष्टि की थी. मरने वालों में चार वयस्क पुरुषों के अलावा दो बच्चे और पांच महिलाएं शामिल थीं.