नई दिल्ली: भारतीय टीके Covid19 के सभी वैरिएंट के खिलाफ अच्छी तरह से काम कर सकते हैं इस बात पर जोर देते हुए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने गुरुवार को लोगों से अपील की कि वे उचित कोविड व्यवहार बनाए रखें. आईएमए ने यह भी कहा कि फिलहाल कोविड वैक्सीन की चौथी डोज लेने की जरूरत नहीं है.
ईटीवी भारत को दिए एक विशेष साक्षात्कार में आईएमए अध्यक्ष शरद कुमार अग्रवाल (IMA president Sharad Kumar Agarwal) ने कहा, 'कोई नहीं जानता कि कोविड का कौन सा वैरिएंट भारत में समुदाय को प्रभावित करेगा. इससे पहले हम देख चुके हैं कि कई वैरिएंट जो अन्य देशों में गंभीर थे, उनका भारत में खास असर नहीं पड़ा. यह एक वायरल म्यूटेशन स्ट्रेन है और यह हमेशा विकसित होता रहता है.'
पिछले दिसंबर में आईएमए अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभालने वाले अग्रवाल ने कहा कि भारतीय टीके अच्छे हैं जिसके कारण म्यूटेशन की गंभीरता न्यूनतम है. डॉ. अग्रवाल ने कोविड-19 के नए वैरिएंट के मद्देनजर आईएमए की सलाह पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि 'हमें कोविड फैलने से रोकने के लिए उपयुक्त व्यवहार बनाए रखने की आवश्यकता है. कोई भी जमावड़ा हो तो लोगों को हमेशा मास्क का प्रयोग करना चाहिए. और अगर किसी को स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या है तो उसे हमेशा भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचना चाहिए.'
डॉ. अग्रवाल ने कोविड को संक्रामक रोग बताते हुए कहा, 'संक्रमण निश्चित रूप से फैल सकता है. लेकिन, वर्तमान में हम नहीं जानते कि यह कितना संक्रामक है.' उन्होंने कहा कि भारत ने कोविड के पिछले तीनों प्रकोपों को बहुत सफलतापूर्वक प्रबंधित किया. डॉ अग्रवाल ने कहा, 'हम अब अच्छी तरह से सुसज्जित हैं और हम निश्चित रूप से स्थिति को संभाल सकते हैं.' उन्होंने कहा कि निजी अस्पताल किसी भी संभावित प्रकोप के प्रबंधन के लिए सरकार का सहयोग करने के लिए अपनी मदद देने के लिए तैयार हैं.
आईएमए ने आश्वासन दिया कि उनके 4 लाख डॉक्टर हर स्थिति में सरकार की मदद के लिए पूरी तरह तैयार हैं. उन्होंने कहा कि 'नव स्वीकृत नेजल वैक्सीन सही दिशा में एक कदम है और हम सरकार को विश्वास दिलाते हैं कि देश के कोने-कोने में हमारे सदस्य इस टीकाकरण कार्यक्रम का समर्थन करेंगे.'
विभिन्न देशों में कोविड मामलों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, हालांकि भारत में वृद्धि अभी भी तुलनात्मक रूप से कम खतरनाक है. विशेषज्ञों का मानना है कि पिछले रुझानों के अनुसार, भारत में मामले अचानक से बढ़ सकते हैं.
इसी को ध्यान में रखते हुए आईएमए के संयुक्त सचिव डॉ. मुनीश प्रभाकर ने सुझाव दिया कि लोगों को जल्द से जल्द एहतियाती खुराक लेनी चाहिए. उन्होंने कहा कि 'हमारी सलाह है कि लोगों को सामूहिक सभा से बचना चाहिए. जिन लोगों ने एहतियाती खुराक नहीं ली है, उन्हें तीसरी खुराक जरूर लेनी चाहिए. कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को अपना विशेष ध्यान रखना चाहिए.'
उन्होंने कहा कि भारत में कोविड मामलों की संख्या बहुत कम है और इसके बजाय एच3 और एम1 इन्फ्लूएंजा के मामलों की संख्या सबसे अधिक है. डॉ. प्रभाकर ने कहा कि 'वास्तव में मुझे भी इन्फ्लूएंजा के कई मामले मिल रहे हैं इसलिए, घबराने की कोई जरूरत नहीं है.' इस बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि पिछले 11 दिनों में जबसे दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रियों की स्क्रीनिंग शुरू की गई है 124 कोविड पॉजिटिव मामलों का पता चला है.
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 24 दिसंबर से अब तक 905647 अंतरराष्ट्रीय यात्री आए हैं और 5228 अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की स्क्रीनिंग की गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, 'कोविड परीक्षण के लिए 19227 नमूने एकत्र किए गए हैं, जिनमें से 124 कोविड पॉजिटिव पाए गए हैं.'
सभी 124 मामलों को संपूर्ण जीनोम अनुक्रमण (WGS) के लिए INSACOG को भेजा गया है, जिसमें से 40 रिपोर्टें प्राप्त हुई हैं जिनमें 14 XBB संस्करण (XBB.1, XBB.2 और XBB.3.4.5 सहित), दो BA5 शामिल हैं. दो BF 5 वैरिएंट, नौ BQ 1.1, 1.122, 1.1.5, एक BF 7.4.1 वैरिएंट, एक BB.3 वैरिएंट, एक BF 5 वैरिएंट का मामला है.
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