नई दिल्ली : कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि जब भी आप सेना में किकबैक की बात सुनेंगे, तो आपको कांग्रेस की याद आएगी. कांग्रेस में बिना किकबैक के न तो कोई काम नहीं होता था और न ही कोई डील.
उन्होंने मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में बिना लूट के कोई सुरक्षा की डील नहीं हुई, बिना किकबैक के सुरक्षा से संबंधित कोई खरीदारी नहीं और इन सब में कहीं न कहीं कुछ कांग्रेस नेताओं के नाम आते हैं, उनके व उनके परिवार से जुड़े लोग आते हैं. कांग्रेस पार्टी को इसका जवाब देना पड़ेगा.
कानून मंत्री ने आरोप लगाए हैं कि 2010 में 3,600 करोड़ रुपये के अमाउंट से राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के लिए VVIP अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर खरीदने की बात हुई थी और दो साल बाद 2012 में मीडिया रिपोर्ट आ गई थी कि इसमें किकबैक हुआ है.
उन्होंने कहा कि एक बहुत बड़ी पेंट कंपनी जेंसन निकॉल्सन का एक बैनर देशभर में लगा होता था- जब भी रंगों को देखो तो हमारे बारे में सोचो. इसको थोड़ा बदल दूं तो- जब भी आप किसी मिलिट्री डील में किकबैक के बारे में सुनें, तो कांग्रेस नेताओं के बारे में सोचें.
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उन्होंने आरोप लगाया कि 2014 में गौतम खेतान नाम के बिचौलियों के अरेस्ट किया गया था और यह इस मामले में पहली गिरफ्तारी थी. खुलासा होने के बाद यूपीए-2 में मनमोहन सिंह की सरकार ने सीबीआई जांच के आदेश दिए थे, लेकिन 2014 में एनडीए की सरकार आने तक इस मामले में कुछ भी नहीं किया गया था.
कांग्रेस से सवाल करते हुए कानून मंत्री ने कहा आखिर कांग्रेस की सरकार के समय जितने भी डिफेंस डील हुई उसमें कांग्रेस के नेताओं के नाम का जिक्र क्यों आया है. इस पर कांग्रेस का क्या कहना है यह बीजेपी जानना चाहती है.