दिल्ली/पटना: केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने महागठबंधन सरकार पर बड़ा हमला किया है. उन्होंने कहा कि पटना की सड़कों पर बिहार के शिक्षक अभ्यर्थी, नियोजित शिक्षक, किसान मजदूरों के हक,अधिकार और न्याय के लिए बीजेपी द्वारा शांति विधानसभा मार्च का आयोजन किया गया था. इस दौरान लोगों पर प्रशासन द्वारा लाठीचार्ज किया गया. घटना ने जनरल डायर की क्रूरता को याद दिलाया है.
'जनरल डायर की क्रूरता बिहार सरकार में दिखी': नित्यानंद राय ने कहा कि बर्बरता के साथ न्याय मांगने वालों को कुचलने के लिए जनरल डायर जाने जाते हैं. कुछ उसी तरह की बर्बरतापूर्ण घटना बिहार में घटी है. पटना में भारतीय जनता पार्टी के जहानाबाद के महामंत्री विजय कुमार सिंह की हत्या कर दी गई. बीजेपी ने बिहार के किसानों,मजदूरों, छात्रों, महिलाओं के हक के लिए बड़ी आहुति दी है.
"विजय कुमार सिंह की हत्या बीजेपी की बड़ी आहुति है. बीजेपी के नेताओं, सांसदों,विधायकों और कार्यकर्ताओं पर ऐसे लाठीचार्ज हुई जैसे स्वतंत्रता संग्राम में साइमन कमीशन के सामने जब प्रदर्शन हो रहा था तो अंग्रेजों ने बर्बरता दिखाई थी और लाठीचार्ज की थी."-नित्यानंद राय, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री
'बिहार में जंगलराज-3 का आगमन': साथ ही नित्यानंद राय ने कहा कि इस घटना के साथ ही बिहार में जंगलराज-3 का आगमन हो चुका है. आजाद भारत के लोकतंत्र में निरंकुशता, तानाशाह और बर्बरता के लिए गुरुवार की घटना एक बड़ा गवाह बनेगा. लोकतंत्र में शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करना हमारा अधिकारी है. बिहार सरकार के गलत फैसलों के खिलाफ लोगों में आक्रोश है. वहीं आक्रोश कल पटना की सड़कों पर देखी जा रही थी.
'राज्य सरकार द्वारा प्रायोजित': साथ ही केंद्रीय गृह राज्यमंत्री ने गुरुवार को पुलिस द्वारा लाठीचार्ज और बीजेपी के शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर की गई बर्बरता को प्रायोजित करार दिया है. उन्होंने कहा कि यह घटना राज्य सरकार की प्रायोजित मंशा को दर्शाता है. पहले से ही लाठीचार्ज करने का मन सरकार ने बना लिया था और लोगों को रोकने का मन बना लिया गया था.
"नीतीश और तेजस्वी की सरकार को बताना चाहते हैं कि लाठी और गोलियों से बिहार जनता का हक मांगने वाले को रोक देने की उनकी मंशा कभी कामयाब नहीं होगी. बीजेपी डरने वाली नहीं है. पहले भी लाठीचार्ज किए जा चुके हैं. शिक्षकों पर लाठीचार्ज, छात्रों पर लाठीचार्ज और महिलाओं पर लाठीचार्ज, दिखाता है कि नीतीश कुमार की सरकार ममता बनर्जी और कांग्रेस की तरह अपने विरोधियों को कुचलने की मंशा रखती है." -नित्यानंद राय, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री
'नीतीश ने राजनीतिक डेथ वारंट पर खुद हस्ताक्षर किए': वहीं बीजेपी के प्रवक्ता रामसागर सिंह ने कहा है कि कल नीतीश कुमार ने जनरल डायर से भी क्रूर काम किया है और अपने राजनीतिक डेथ वारंट पर खुद हस्ताक्षर कर दिया है. उन्होंने कहा कि 1974 के आंदोलन में जिस तरह से कांग्रेस की सरकार ने निरीह छात्रों पर लाठियां बरसाई थी, जनता ने उसका जवाब दे दिया था. उसी तरह कल नीतीश कुमार की पुलिस ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर लाठियां बरसाई है, भाजपा कार्यकर्ता की मौत भी हुई है. नीतीश सरकार हत्यारी सरकार है.
"हम लोग शुरू से कहते रहे हैं कि नीतीश कुमार तानाशाह हो गए हैं और लाठी गोली की बदौलत शासन चला रहे हैं. चाचा भतीजे की सरकार जो गुरुवार को किया है वह कहीं से भी उचित नहीं है. बिहार की जनता सब कुछ देख रही है. नीतीश कुमार ने जानबूझकर भाजपा कार्यकर्ता और नेताओं पर लाठीचार्ज करवाया. वह सदन में मौजूद थे और उस समय में इस तरह की कार्रवाई पटना पुलिस भाजपा के कार्यकर्ता और नेताओं के साथ कर रही थी." रामसागर सिंह, बीजेपी प्रवक्ता
पटना में गुरुवार को लाठीचार्ज: बता दें कि गुरुवार को पटना में बीजेपी विधानसभा मार्च कर रही थी. इस दौरान नेताओं और पुलिस कर्मियों के बीच झड़प हो गई थी. पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए लाठीचार्ज कर दिया था. बीजेपी नेताओं का कहना है कि उनके नेता विजय कुमार सिंह की मौत पुलिस लाठीचार्ज में हुई है. इसके चलते कल से ही बीजेपी बिहार सरकार पर हमलावर है और पूरे मामले की जांच की मांग कर रही है.