Nitin Gadkari Threat Case : आरोपी का खुलासा- RSS से नजदीकी के चलते गडकरी को दी धमकी - Nitin Gadkari Threat Case
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को एक धमकी भरा फोन आया था जिसमें उनसे रंगदारी मांगी गई थी. उन्हें यह धमकी बेंगलुरु की एक जेल से दी गई थी. इस मामले में पुलिस ने जयेश पुजारी को बेंगलुरु जेल से उठाया था. इसकी जांच अब एनआईए को सौंपी गई है. पढ़ें पूरी खबर...
नागपुर: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को जान से मारने की धमकी देने और फिरौती मांगने वाले जयेश कांता उर्फ पुजारी ने पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं.उसने कहा कि वह पीएफआई पर प्रतिबंध लगाने की वजह से नाराज था. उसका मानना था कि पीएफआई पर प्रतिबंध लग सकता है तो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर क्यों नहीं. इसलिए उसने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को धमकी दी. उसे पता था कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के करीबी हैं.
धर्म परिवर्तन के बाद शाकिर बना जयेश : धर्म परिवर्तन के बाद शाकिर बना जयेश कुख्यात गैंगस्टर है. जो धमकी देने के समय बेंगलुरु की जेल में बंद था. जेल में उसकी दोस्ती कई और कुख्यात बदमाशों से हो गई. पुलिस को उससे पता चला कि जयेश पुजारी उर्फ शाकिर ने धर्म परिवर्तन के बाद कट्टर धार्मिक हो गया. पुलिस ने बताया कि वह 'पीएफआई' यानी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के विभिन्न पदाधिकारियों के संपर्क में था. जिन्होंने उसे आरएसएस के खिलाफ भड़काया. इस वजह से जयेश कई सालों से परेशान चल रहा था. वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को अपना शत्रु मानता है.
फिर उसे पता चला कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के करीबी है. उसने नागपुर पुलिस के सामने कबूल किया कि उसने नितिन गडकरी को डराने के लिए उनसे रंगदारी मांगी. नागपुर पुलिस के मुताबिक, जयेश पुजारी उर्फ शाकिर पर आतंकी संगठनों से संबंध होने के आरोप में UAPA के तहत मामला दर्ज किया है. बताया जा रहा है कि वह पीएफआई की राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद के सचिव मोहम्मद अफसर पाशा के संपर्क में था. जांच में पता चला कि वह और कट्टरपंथी पदाधिकारी के संपर्क में था.
NIA ने की रंगदारी मामले की जांच : केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को रंगदारी और धमकी के मामले में नागपुर पुलिस ने जयेश को गिरफ्तार किया था. वह फिलहाल नागपुर जेल में है. जांच के दौरान यह बात सामने आई है कि उसने कई नेताओं को धमकी दी थी. चूंकि यह एक संवेदनशील मामला है, इसलिए अब यह जांच एनआईए को सौंप दी गई है. दो दिन पहले उप महानिरीक्षक और अधीक्षक रैंक के दो अधिकारियों ने नागपुर पुलिस के अधिकारियों से मामले की जानकारी ली.
बंद कमरे में हुई पूछताछ : नागपुर पुलिस से मामले की जानकारी लेने के बाद एनआईए की टीम ने बंद कमरे में सात घंटे तक बंद जयेश से पूछताछ की. अधिकारियों ने संबंधित दस्तावेजों की जांच की. एनआईए पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर जांच की दिशा तय करेगी. जांच के बाद दोनों अधिकारी मुंबई के लिए रवाना हो गए हैं.
बता दें कि इस मामले में नागपुर पुलिस ने कुख्यात गैंगस्टर जयेश पुजारी को कर्नाटक के बेलगाम जेल से गिरफ्तार किया है. वहीं जेल के अंदर से ही आरोपी ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को धमकी भरा काल किया था. सूत्रों ने जानकारी दी है कि नागपुर पुलिस की जांच में जयेश पुजारी के आतंकी संगठनों से जुड़े होने के अहम सबूत मिले हैं.