त्रिची: तमिलनाडु में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की ओर से आज राज्य में बड़े पैमाने पर कार्रवाई की गई. एनआईए की टीम ने राज्य के 24 जगहों पर छापेमारी की. 25 से अधिक अधिकारियों के नेतृत्व में एनआईए ने धर्म परिवर्तन विवाद में 'रामलिंगम हत्या मामले' में तंजावुर जिले के अंतर्गत कुंभकोणम, मेलाकावेरी, थिरुपुवनम और थिरुमंगलकुडी सहित उपरोक्त 5 स्थानों पर छापेमारी की.
इसी तरह एनआईए अधिकारियों ने पीएफआई के पूर्व प्रशासक अप्पास के घर पर छापेमारी की. वह कोयंबटूर जिले के कोट्टईमेडु इलाके के एचएमपीआर स्ट्रीट में रहते हैं. फिर, एनआईए के अधिकारी त्रिची जिले के भीमनगर बंदरीनाथपुरम में हाजी मोहम्मद हुसैन के मकान में किराए पर रहने वाले अफजल खान के घर पर छापेमारी की. साथ ही यह भी बताया गया है कि अफजल खान पिछले पांच महीने से इस मकान में किराए पर रहता है.
एनआईए इंस्पेक्टर रणजीत सिंह के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम ने हत्या मामले में दो गवाहों के साथ त्रिची में अफजल खान से पूछताछ की. इसके अलावा, उन्होंने तंजावुर जिले के नटराजपुरम में बकरुद्दीन के घर और पुदुक्कोट्टई जिले के उसिलानकुलम में पूर्व पीएफआई अध्यक्ष राशिद मोहम्मद के घर पर छापा मारा. एनआईए के अधिकारी मदुरै जिले के उसिलामपट्टी के पास कामराज नगर के जाकिर हुसैन के घर पर भी छापेमारी की. मदुरै जिले के पेरैयूर के पास एस कीलापट्टी के रमन उर्फ अब्दुल रजाक के घर पर भी छापेमारी की. इस संबंधित मामले में 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. फरार 5 लोगों की तलाश की जा रही है. एनआईए के अधिकारियों ने तंजावुर, मदुरै और तिरुनेलवेली सहित कई जिलों में 24 स्थानों पर छापेमारी की.
हत्याकांड में क्या हुआ? कौन हैं थिरुपुवनम रामलिंगम? : 2019 में कुंभकोणम के पास थिरुपुवनम में कथित रूप से धर्मांतरण प्रचार को रोकने के लिए थिरुपुवनम रामलिंगम की हत्या कर दी गई थी. उल्लेखनीय है कि वह पीएमके (अंबुमणि रामदास के नेतृत्व वाली पट्टाली मक्कल काची) में नगरपालिका स्तर के प्रशासक थे और एक प्रमुख हिंदू नेता के रूप में भी काम करते थे. तिरुविदाईमरुदुर पुलिस ने रामलिंगम की हत्या के मामले में 16 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया. उनकी 5 फरवरी 2019 को हत्या कर दी गई थी. इस मामले में 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया था.
इस मुद्दे ने तमिलनाडु में हलचल पैदा कर दी थी. इस संबंध में नेताओं की ओर से जारी बयानों से राजनीति गर्म हो गई थी. हत्या की निंदा करने के लिए दुकानें बंद कर दी गई थी जिससे समस्या और बढ़ गई. इसके बाद रामलिंगम हत्या मामला 14 मार्च, 2019 को राष्ट्रीय जांच एजेंसी को स्थानांतरित कर दिया गया, जबकि पुलिस जांच जारी थी. इस बीच एनआईए के अधिकारियों ने उसी वर्ष 27 जून को तेनकासी में गुरुकुलकु मस्जिद स्ट्रीट के अहमद सालिक को गिरफ्तार कर लिया.
ये भी पढ़ें- तमिलनाडु: NIA ने की पांच जगहों पर छापेमारी, जब्त किए लैपटॉप, मोबाइल
इसके बाद 3 जुलाई, 2019 को एनआईए ने तेनकासी में अहमद सालिक के घर पर छापेमारी की. अधिकारियों ने दो घंटे से अधिक समय तक चली छापेमारी के दौरान जब्त की गई वस्तुओं के संबंध में कोई विवरण जारी नहीं किया. जिस इलाके में छापेमारी हुई वहां बड़ी संख्या में पुलिस तैनात की गई और लोगों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई.