चेन्नई : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने फर्जी आधार कार्ड बनवाकर रह रहे तीन बांग्लादेशी नागरिकों और उनको शरण देने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. इस सिलसिले में एनआईए ने चेन्नई और तिरुपुर में बुधवार को छापेमारी कर चार लोगों को पकड़ा.
बताया जाता है कि एनआईए ने पहचान, धोखाधड़ी और अवैध रोजगार से जुड़ी संदिग्ध गतिविधियों का पता लगाने के बाद ऑपरेशन शुरू किया. इसी कड़ी में कार्रवाई करते हुए एनआईए ने इन लोगों को धर दबोचा. मामले में पिछले दो महीने से पदापई में रह रहे सखाबुद्दीन को उसके आवास से पकड़ा. साथ ही छापेमारी के दौरान उसके आवास से फर्जी आधार कार्ड जब्त किए गए. वहीं एक अन्य स्थान पर एनआईए अधिकारियों ने मुन्ना और उसके रूममेट को गिरफ्तार किया. ये लोग चेन्नई के उपनगर मदरसा नगर में एक अपार्टमेंट में रह रहे थे.
जांच के दौरान पता चला कि गिरफ्तार किए गए तीनों व्यक्ति मूल रूप से बांग्लादेश के रहने वाले हैं. ये लोग नकली आधार कार्ड का उपयोग कर चेन्नई में काम कर रहे थे. इतना ही नहीं इन लोगों ने धोखाधड़ी करके अपना गृह राज्य त्रिपुरा घोषित कर रहा था. इसके अलावा फर्जी आधार कार्ड के जरिए उनके रोजगार को सुविधाजनक बनाने वाले साहित उशान नामक व्यक्ति को भी एनआईए ने हिरासत में लिया है.
इसके साथ ही एनआईए ने तिरुपुर में भी कार्रवाई की. इसी क्रम में एनआईए ने पल्लदम में निटवेअर कंपनियों में कार्यरत उत्तरी राज्य के श्रमिकों द्वारा उपयोग किए जाने वाले निवास स्थानों पर छापा मारा. साथ ही जांच एजेंसी ने पुदुचेरी में भी इसी तरह की कार्रवाई की है. एनआईए की कार्रवाई संभावित रूप से धोखाधड़ी से अपनी पहचान बनाकर जिसमें बांग्लादेशी नागरिकों को अवैध रूप से रोजगार देना शामिल है, जांच करना है. एनआईए की आगे की जांच से इन गतिविधियों में शामिल अन्य लोगों के बारे में भी खुलासा हो सकता है.
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