मुरैना। नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री खिलराज रेग्मी रविवार को मध्य प्रदेश के मुरैना पहुंचे. जहां उन्होंने सर्किट हाउस पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि चीन के बढ़ते प्रभाव के बाद भी नेपाल-भारत के रिश्ते कमजोर नहीं होंगे. नेपाल की विदेश नीति सभी देशों के साथ अलग-अलग विषयों पर राष्ट्र की जरूरत के अनुसार काम करती है. इसलिए सरकार कोई भी हो लेकिन मैत्रीभाव प्रगाढ़ रहेगा. (nepal former pm khilraj regmi) (vipra mahakumbh nepal former pm join)
नेपाल-भारत मैत्री जिंदाबाद का नारा लगायाः खिलराज रेग्मी से जब पूछा गया कि 7 से 8 सालों से नेपाल-भारत के बीच रिश्तों में खटास का कारण चीन का बढ़ता हस्तक्षेप तो नहीं. इसके जवाब में उन्होंने कहा कि, नेपाल में संविधान काम कर रहा है. नेपाल सरकार की अपनी विदेश नीति भी है. इसलिए सभी देशों से बातचीत करना और व्यापार करना जरूरी हो जाता है. लेकिन इसका प्रभाव नेपाल-भारत के रिश्तों पर पड़े ऐसा संभव नहीं है. उन्होंने नेपाल भारत मैत्री जिंदाबाद का नारा भी लगाया.गोरखा बटालियन की भर्ती पर रोक संबंधित सवाल के जवाब में पूर्व पीएम रेग्मी ने कहा कि जब वह सत्ता में थे तब ऐसी कोई समस्या नहीं थी. अब भारत सरकार की नीति पर निर्भर करता है कि वह गोरखाओं को भारतीय फौज में कितना स्थान देना पसंद करेगी. उन्होंने कहा कि बिहार मूल के लोगों की अलग प्रदेश बनाने की समस्या का समाधान बहुत पहले हो गया है. (nepal former pm khilraj regmi visit morena)
विप्र महाकुंभ में मुख्य अतिथि बने नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री: मुरैना शहर के जगदंबा पैलेस में समस्त ब्राह्मण समाज ने विप्र महाकुंभ का आयोजन किया. इसमें मुख्य अतिथि के रूप में नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री खिलराज रेग्मी उपस्थित रहे. इससे पहले नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री खिलराज रेग्मी का सर्किट हाउस पर ब्राह्मण समाज ने जोरदार स्वागत किया. इस बीच खिलराज रेग्मी ने ईटीवी भारत से खुलकर बात की. रेग्मी के साथ आए पशुपति नाथ महादेव मंदिर नेपाल के ट्रस्टी अर्जुन प्रसाद बास्तोला ने कहा कि, विश्व में हिंदुओं के 7 हजार मंदिर हैं. 35 कराेड़ 78 लाख ब्राह्मणों की ताकत एकसूत्र में पिरोई जानी चाहिए. भारत के 800 हिंदू संगठनों में से 40 में उनको संरक्षक बनाया गया है. (morena vipra mahakumbh) (nepal india friendship zindabad)