पानीपत: वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रविवार का दिन बेहद खास है. खास इसलिए है क्योंकि टोक्यो ओलंपिक में भारत की झोली में गोल्ड मेडल डालने वाले स्टार भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा फाइनल में उतरेंगे. विश्व एथलेटिक्स चैंपियनिशप के क्वालीफाइंग राउंड में नीरज चोपड़ा ने पहले ही प्रयास के जरिये फाइनल में एंट्री कर ली थी. इस बार की प्रतियोगिता के फाइनल में जगह बनाने वाले वो पहले खिलाड़ी हैं. नीरज ने पहली ही बार में अपने करियर का तीसरा सबसे बेहतरीन थ्रो करते हुए 88.39 मीटर भाला फेंका.
वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2022 (World Athletics Championships 2022) में अब सबकी उम्मीदें गोल्डन ब्वॉय नीरज चोपड़ा से हैं. नीरज के लिए मौजूदा सीजन अब तक शानदार रहा है. उन्होंने फाइनल में दमदार तरीके से जगह बनाई है. नीरज चोपड़ा को ग्रुप ए में रखा गया था. वो रविवार (24 जुलाई) को फाइनल में पदक के लिए जोर आजमाइश करते हुए नजर आएंगे. वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत के पास अभी तक केवल एक मेडल है. 2003 में अंजू बॉबी जॉर्ज ने लंबी कूद में कांस्य पदक जीता था. इसलिए 19 साल बाद नीरज से पदक की उम्मीद देश को ज्यादा हो गई है.
नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) फाइनल में भारतीय समय के अनुसार सुबह सात बजकर पांच मिनट पर मैदान में उतरेंगे और पूरे देश को उनसे उम्मीद होगी कि वे भारत के लिए गोल्ड मेडल लेकर आएं. ये पहली बार है, जब नीरज चोपड़ा ने विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के फाइनल में एंट्री पाई है. इससे पहले एक और बार वे इस प्रतियोगिता में शामिल हुए थे, लेकिन तब वे फाइनल में नहीं जा पाए थे. इसके बाद पिछली बार की प्रतियोगिता में कोहनी में चोट लगने के कारण बाहर हो गये थे.
नीरज चोपड़ा हरियाणा के पानीपत जिले के रहने वाले हैं. फाइनल मैच से पहले पानीपत के उनके गांव खंडरा में जश्न का माहौल है. उनके दादा और चाचा ने उम्मीद जताई है कि नीरज टोक्यो ओलंपिक वाली जीत यहां भी दोहरायेंगे. परिवार के साथ पूरे गांव को उम्मीद है कि नीरज चोपड़ा विदेशी धरती पर एक बार फिर सोना जीतकर आयेंगे.
नीरज के चाचा भीम चोपड़ा ने कहा कि उनकी नीरज से बात हुई है. उसकी प्रैक्टिस बहुत अच्छी चल रही है. वो अपना बेहतर प्रदर्शन करेगा तो मेडल जरूर मिलेगा. भीम चोपड़ा ने कहा कि नीरज अब हमारा ही नहीं पूरे देश का बच्चा है. परिवार सहित पूरे देश को उम्मीद है कि नीरज गोल्ड मेडल जीते और एक बार फिर देश का नाम रोशन करे. नीरज के घर पर फाइनल में पहुंचने के बाद से ही बधाई देने वाले पहुंच रहे हैं.
नीरज चोपड़ा पानीपत के खंडरा गांव के रहने वाले हैं. उनके पिता एक किसान हैं. नीरज चोपड़ा ने अब तक के ओलंपिक इतिहास में पहली बार ओलंपिक के व्यक्तिगत स्पर्धा में भारत को दूसरा गोल्ड मेडल दिलाया है. टोक्यो ओलंपिक में नीरज चोपड़ा का गोल्ड मेडल ट्रैक एंड फील्ड में भारत को मिला पहला गोल्ड मेडल है. भारतीय एथलेटिक्स के इतिहास में नीरज ने बड़ा कारनामा करके नए युग की शूरुआत कर दी है. नीरज ने अपने पहले थ्रो में 87.85 मीटर दूर भाला फेंका, जो उनका सर्वश्रेष्ठ प्रयास था. इसके बाद उनसे आगे कोई नहीं निकल पाया.
वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2022 में 24 साल के नीरज के अलावा भारत के रोहित यादव ने भी फाइनल के लिए क्वॉलीफाई किया है. रोहित यादव हालांकि केवल 77.32 मीटर ही भाला फेंक सके, लेकिन बाकी एथलीट ने इससे भी कम फेंका, इसलिए वे टॉप 12 में शामिल हो गए. रोहित यादव का 11वां नंबर आया है. नीरज चोपड़ा जहां ग्रुप ए में थे, वहीं रोहित यादव को ग्रुप बी में रखा गया था. अब रविवार को भारत के ही दो खिलाड़ी पदक जीतने के लिए मैदान में उतरेंगे.
ये भी पढ़ें-World Championship Final: कल 'महामुकाबला', नीरज चोपड़ा और रोहित यादव से पदक की आस