नई दिल्ली: इस साल मानसून सामान्य रहने की संभावना है और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) राज्य सरकारों के साथ परामर्श कर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मानसून पूर्व तैनाती की योजना बना रहा है. आधिकारिक बयान के अनुसार, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) की ओर से शुक्रवार को यहां मानसून पूर्व और मानसून की स्थिति की समीक्षा बैठक में यह बात कही गई.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि दक्षिण-पश्चिमी मानसून 2022 सामान्य रहने की संभावना है. बयान में कहा गया कि एनडीआरएफ ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के साथ परामर्श कर बाढ़ के लिहाज से अत्यधिक संवेदनशील क्षेत्रों में मानसून पूर्व तैनाती की योजना बनाई है. एनडीएमए ने इससे पहले पांच मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में भीषण गर्मी और मानसून को लेकर तैयारियों की समीक्षा की थी.
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गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 मई को देश के विभिन्न हिस्सों में पड़ रही भीषण गर्मी से निपटने और मॉनसून से जुड़ी तैयारियों की समीक्षा के लिए आयोजित एक अहम बैठक की अध्यक्षता की. देश के कई हिस्सों में पारा तेजी के साथ बढ़ रहा है और कई शहरों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. हालांकि, दिल्ली सहित देश के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि और बारिश के चलते लोगों को भीषण गर्मी से कुछ राहत भी मिली. सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री की समीक्षा बैठक के दौरान गर्मी से निपटने और मॉनसून से जुड़ी तैयारियों के संबंध में एक प्रस्तुति भी दी गई.