कोल्हापुर : तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव ने कोल्हापुर में अंबाबाई मंदिर का दौरा किया. इस मौके पर उनके साथ बड़ी संख्या में तेलंगाना कैबिनेट के सहयोगी और सांसद-विधायक मौजूद थे (telangana Cm K Chandrasekhar Rao in Maharashtra).
अपने महाराष्ट्र दौरे के दौरान केसीआर ने एनसीपी चीफ शरद पवार पर निशाना साधा. पवार ने भारत राष्ट्र समिति को बीजेपी की 'बी' टीम बताया था. इस पर केसीआर ने पलटवार किया. केसीआर ने कहा कि 'आपकी पार्टी का बीजेपी के साथ जाने का क्या मतलब है?'
ऐसा कहकर केसीआर ने परोक्ष रूप से कहा है कि एनसीपी बीजेपी की बी टीम है. भारत राष्ट्र समिति महाराष्ट्र में पार्टी के विकास की तलाश में है. भारत राष्ट्र समिति के प्रमुख और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने कहा कि शरद पवार, जो सोचते हैं कि बीआरएस बीजेपी की 'बी' टीम है, बीजेपी के साथ चले गए हैं.
'कांग्रेस भी टूट की कगार पर': उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में शिवसेना टूटी, NCP टूटी, अब कांग्रेस भी टूट की कगार पर है. उन्होंने कहा, हालांकि हमने शुरुआत महाराष्ट्र से की है, लेकिन हमारा काम किसानों, दलितों और युवाओं के लिए होगा. उन्होंने आलोचना करते हुए कहा कि महाराष्ट्र में किसानों की आत्महत्या का मुद्दा गंभीर है और यह सरकार किसानों की आत्महत्या के प्रति उदासीन है.
'सरकार को किसानों पर कोई रहम नहीं है' : केसीआर ने कहा कि भारत राष्ट्र समिति ने राज्य सरकार को सुझाव दिया था कि तेलंगाना में किसानों के लिए लागू योजनाओं का पैटर्न महाराष्ट्र में भी लागू किया जाना चाहिए. लेकिन इस सरकार को किसानों पर कोई रहम नहीं है. महाराष्ट्र में ही एक अधिकारी ने बताया कि एक लाख किसान आत्महत्या के मूड में थे. केसीआर ने तीखी आलोचना की है कि राज्य सरकार ने इस पर भी ध्यान नहीं दिया.
'तीसरे गठबंधन के बारे में नहीं सोचा': देश में अब दो धाराएं हैं, सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) और विपक्ष 'भारत'. इस पर केसीआर ने प्रतिक्रिया दी. 'हम उनके साथ नहीं हैं. तीसरा गठबंधन बनाने का कोई विचार नहीं है. हमने लोगों को नए विकल्प उपलब्ध कराए हैं.' केसीआर ने कहा कि देश और राज्य में जो राजनीति चल रही है, उसका फैसला जनता करेगी.
महाराष्ट्र में सक्रिय केसीआर : गौरतलब है कि कोल्हापुर जिले में कई स्थानों पर बीआरएस ने तेलंगाना में कैबिनेट द्वारा लिए गए जन-अनुकूल निर्णयों के बड़े बैनर लगाए थे. तेलंगाना में दो बार सत्ता संभालने में कामयाब रहे मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ने महाराष्ट्र की राजनीति में कदम रखा है. राव ने तेलंगाना में होने वाले विधानसभा चुनाव और अगले छह महीने (नवंबर-दिसंबर) में होने वाले लोकसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी के विस्तार की रणनीति बनाई है.
उन्होंने अपना ध्यान महाराष्ट्र पर भी केंद्रित किया है और इसके लिए वह राज्य में कई जगहों पर बैठकें कर रहे हैं. जून में आषाढ़ी वारी के अवसर पर के.चंद्रशेखर राव पूरे मंत्रिमंडल के साथ पंढरपुर आए थे. केसीआर पश्चिमी महाराष्ट्र, जिसे अब सखारपट्टा के नाम से जाना जाता है पार्टी को मजबूत करने के लिए सक्रिय हैं. पश्चिमी महाराष्ट्र के सांगली, सतारा जिलों के साथ कोल्हापुर गन्ना किसानों और चीनी उद्योग की राजनीति से काफी प्रभावित है.केसीआर ने महाराष्ट्र में अबकी बार किसान सरकार की घोषणा करके किसान नेताओं को अपने पक्ष में करने का प्रयास किया है.
मोदी को पत्र लिखकर करेंगे अन्नाभाऊ साठे के लिए भारत रत्न की मांग : तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने मंगलवार को कहा कि वह प्रसिद्ध मराठी कवि और समाज सुधारक अन्नानभाऊ साठे को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' से सम्मानित करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखेंगे. भारत राष्ट्र समिति दल के प्रमुख ने दिन की शुरुआत में महाराष्ट्र के संगली जिले के वाटेगांव में साठे की स्मारक पर पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की. राव ने बताया कि तेलंगाना सरकार इस विषय पर केंद्र सरकार को पत्र लिखेगी.
उन्होंने महाराष्ट्र सरकार से भी साठे को सर्वोच्च सम्मान देने के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखने का आग्रह किया है. साठे का जन्म एक अगस्त, 1920 को हुआ था और उन्होंने 18 जुलाई, 1969 को अंतिम सांस ली थी. साठे, पिछड़े मातंग समुदाय से थे और संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन की आवाज बन गए थे. उन्होंने सामाजिक बुराइयों पर प्रहार करने वाली कविताएं और गीत लिखे. साठे का दलित समुदायों और अन्य वर्गों में बहुत सम्मान है.
(एक्स्ट्रा इनपुट एजेंसी)