हैदराबाद : एक खूबसूरत और आकर्षक चेहरा हर किसी की ख्वाहिश होती है, लोग चाहते हैं कि वह सुंदर दिखें, उनके चेहरे पर चमक बनी रहे. लेकिन बाजार में ब्यूटी प्रोडक्ट काफी महंगे मिलते हैं और केमिकल युक्त होते हैं. ऐसे में घरेलू बाजार में हर्बल प्रोडक्ट की मांग बढ़ रही है. इसको देखते हुए तेलंगाना के रंगा रेड्डी जिले की रहने वाली मनस्विनी ने सौंदर्य प्रसाधन के क्षेत्र में प्रवेश किया और ड्रैगन फ्रूट की मदद से ब्यूटी प्रोडक्ट बनाया है.
वनपल्ली मनस्विनी रेड्डी जिले के मंचला के अरुतला की रहने वाली हैं. वह वर्तमान क्लिनिकल न्यूट्रिशन डाइटेटिक्स में एमएससी की पढ़ाई कर रही है. पढ़ाई के साथ-साथ वह रासायनिक सौंदर्य प्रसाधनों के विकल्प को तलाशना शुरू किया और इसके लिए उन्होंने विशेषज्ञों ने सलाह भी ली और अतत: हर्बल प्रोडक्ट बनाया. मनस्विनी के पिता श्रीनिवास रेड्डी पेशे से किसान है और वह ड्रैगन फ्रूट की खेती करते हैं. मनस्विनी ने प्रयोगों के लिए एक प्रयोगशाला भी स्थापित की है.
मनस्विनी रेड्डी ने ईटीवी भारत से खास बात करते हुए कहा कि मैं रासायनिक सौंदर्य प्रसाधनों का विकल्प लाना चाहती थी, जिसके लिए मैंने जैविक सौंदर्य प्रसाधनों पर शोध शुरू किया. 2019 में कोरोना के चलते लगे लॉकडाउन के दौरान मुझे जैविक सौंदर्य प्रसाधन के उत्पादन का विचार आया. चूंकि मेरे पिता ड्रैगन फ्रूट की खेती करते हैं, इसलिए मैंने इस फल को चुना. इसके लिए पिता और प्रोफेसरों का प्रोत्साहन भी मिला. अब मैं ड्रैगन फ्रूट की मदद से साबुन, बॉडी बटर, बाथ सॉल्ट, लिप स्क्रब, लिप बाम बना रही हूं.
मनस्विनी रेड्डी ने कहा कि चूंकि इस फल में पानी अधिक मात्रा में पाई जाती है, जो त्वचा के लिए लाभदायक होती है. आज की जनरेशन का हर्बल प्रोडक्ट की तरफ ज्यादा झुकाव है, जिसके चलते हर्बल प्रोडक्ट की मांग दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है. उन्होंने कहा कि मैं जल्द ही कॉर्पोरेट स्तर पर एक स्टोर खोलना चाहती हूं.
मनस्विनी ने अपने ब्यूटी प्रोडक्ट को नेचुरल ह्यूज के अंतर्गत लॉन्च किया है. मनस्विनी ने महामारी और तालाबंदी के दरम्यान ऑनलाइन मार्केटिंग की. उत्पाद की गुणवत्ता से समझौता किये बिना, मनस्विनी उपभोक्ताओं को प्राकृतिक उत्पाद उपलब्ध कराने के लिए हर कदम उठा रही है.
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एरोच एग्रो प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के संस्थापक विशाल महेंद्र गाडा के नेतृत्व में एक टीम ने मानस्विनी की प्रयोगशाला और उत्पादन इकाइयों का दौरा किया.
मनस्विनी के प्रयासों से लोगों को गुणवत्तापूर्ण सौंदर्य प्रसाधन प्राप्त करने में सुविधा हुई है. फिलहाल, वह अपने पिता के खेत में पैदा हुए ड्रैगन फ्रूट्स का ही इस्तेमाल अपने ब्यूटी प्रोडक्ट बनाने में कर रही हैं. यदि आने वाले दिनों में फल की मांग में वृद्धि होती है, तो मनस्विनी को अन्य स्रोतों से फल मंगवाना पड़ सकता है. इससे कई किसानों को सीधे मदद मिलेगी.
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वहीं मनस्विनी के पिता श्रीनिवास रेड्डी ने कहा कि इस पीढ़ी के युवाओं में व्यवसाय करने की बहुत अधिक क्षमता है. यदि युवा अपना स्टार्टअप शुरू करने के लिए आगे आते हैं, तो इससे देश में बेरोजगारी कम होगी. इतनी ही नहीं प्रधानमंत्री मोदी की 'आत्मनिर्भर योजना' आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी. मेरी बेटी के उत्पादों की बिक्री अब बहुत अच्छी हो रही है. अधिकांश लोग इन उत्पादों से संतुष्ट हैं. उन्होंने एक अच्छी प्रतिक्रिया भी दी है.
उन्होंने कहा कि यह पीढ़ी बहुत स्वास्थ्य के प्रति बहुत सतर्क है, इसलिए वे हर चीज में जैविक पसंद कर रहे हैं. इसलिए भविष्य में जैविक उत्पादों की काफी मांग होगी. हमें अपने बच्चों का समर्थन करना चाहिए.