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उत्तरकाशी टनल हादसा: चौथे दिन जारी रेस्क्यू ऑपरेशन, NHIDCL ने शुरू की घटनास्थल की वीडियो रिकॉर्डिंग, SC में दाखिल होगी PIL

Video record of Uttarkashi Tunnel rescue operation राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड ने उत्तरकाशी सुरंग में हर पल की वीडियो रिकॉर्ड करना शुरू कर दिया है. वीडियो रिकॉर्ड्रिंग के जरिए हालत और रेक्स्यू ऑपरेशन पर नजर रखी जा रही है. दूसरी तरफ प्रशासन द्वारा मजदूरों से बात कर लगातार हौसला बढ़ाया जा रहा है. Uttarkashi Tunnel Accident

Uttarkashi Tunnel
उत्तरकाशी टनल
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 15, 2023, 9:32 PM IST

Updated : Nov 15, 2023, 10:43 PM IST

NHIDCL ने शुरू की वीडियो रिकॉर्डिंग.

उत्तरकाशी (उत्तराखंड): उत्तरकाशी के सिलक्यारा टनल में भूस्खलन के बाद अब राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) की ओर से अब वीडियो रिकॉडिंग करवाई जा रही है. जिसमें रेस्क्यू ऑपरेशन के साथ सुरंग में पल-पल के हालत पर नजर रखी जा रही है. कंपनी से जुड़े एक कर्मी ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि इस काम के लिए दो लोगों को जिम्मेदारी दी गई है. टनल में एक वीडियो कैमरा 24 घंटे पल-पल के हालत और रेस्क्यू ऑपरेशन पर भी नजर रखेगा. साथ ही फोटोज भी ली जाएगी.

  • #WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel accident: On rescue operation, Engineer and Drilling Expert Adesh Jain says, "It was not a machine failure...The rubble has fallen six times till November 14 and its span has increased to 70 metres... My machine can only work up to 45… pic.twitter.com/jFUsZf5jDk

    — ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 15, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

अंदर फंसे मजदूरों को दी जा रही विटामिन टैबलेट: पिछले चार दिन से सिलक्यारा टनल में भूस्खलन के बाद से फंसे 40 मजदूरों में से कुछ ने मंगलवार को सिरदर्द, जुकाम और बुखार की शिकायत की थी. जिस पर उन्हें आवश्यक दवाईयां पाइपलाइन के द्वारा भेजी गई. एक-एक घंटे के अंतराल पर खाने के लिए पॉपकॉर्न, काजू, बादाम व मुरमुरे के साथ विटामिन की टैबलेट भी दी जा रही है. जिससे उनके अंदर कमजोरी ना आए. इसके अलावा पाइपलाइन से मजदूरों से बात कर उनका लगातार हौसला बढ़ाया जा रहा है.
ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड में हर बार चौंकाती है आपदा, सिलक्यारा टनल हादसा Disaster Management की ले रहा कड़ी परीक्षा

कंपनी और सरकार के खिलाफ PIL दायर करेंगे श्रीकांत: सुप्रीम कोर्ट में अधिवक्ता श्रीकांत प्रसाद ने बुधवार को सिलक्यारा सुरंग में भूस्खलन हादसे का जायजा लिया. उन्होंने कहा कि निर्माणकार्य में लगी कंपनी की लापरवाही के कारण ये हादसा हुआ है. यहां संवदेनशील हिस्से का सही तरीके से उपचार किया गया होता तो घटना नहीं घटती. उन्होंने कहा कि कंपनी ने पैसा बचाने के लिए टनल में प्रति मीटर ब्लॉकिंग और कंकरीटिंग पर ध्यान दिया. टनल इंजीनियरिंग के सुरक्षा कारको को नजरअंदाज किया गया. उन्होंने हादसे के कारणों की पड़ताल कर सुप्रीम कोर्ट में निर्माण कार्य में लगी कंपनी के साथ राज्य सरकार के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर करने की बात कही. उन्होंने कहा कि वह जल्द कुछ दिनों के अंदर जनहित याचिका दायर करेंगे.
ये भी पढ़ेंः Uttarkashi Tunnel Collapse:हरक्यूलिस विमानों के जरिये चिन्यालीसौड़ पहुंची हैवी ऑगर मशीन, रेस्क्यू ऑपरेशन में आएगी तेजी

NHIDCL ने शुरू की वीडियो रिकॉर्डिंग.

उत्तरकाशी (उत्तराखंड): उत्तरकाशी के सिलक्यारा टनल में भूस्खलन के बाद अब राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) की ओर से अब वीडियो रिकॉडिंग करवाई जा रही है. जिसमें रेस्क्यू ऑपरेशन के साथ सुरंग में पल-पल के हालत पर नजर रखी जा रही है. कंपनी से जुड़े एक कर्मी ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि इस काम के लिए दो लोगों को जिम्मेदारी दी गई है. टनल में एक वीडियो कैमरा 24 घंटे पल-पल के हालत और रेस्क्यू ऑपरेशन पर भी नजर रखेगा. साथ ही फोटोज भी ली जाएगी.

  • #WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel accident: On rescue operation, Engineer and Drilling Expert Adesh Jain says, "It was not a machine failure...The rubble has fallen six times till November 14 and its span has increased to 70 metres... My machine can only work up to 45… pic.twitter.com/jFUsZf5jDk

    — ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 15, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

अंदर फंसे मजदूरों को दी जा रही विटामिन टैबलेट: पिछले चार दिन से सिलक्यारा टनल में भूस्खलन के बाद से फंसे 40 मजदूरों में से कुछ ने मंगलवार को सिरदर्द, जुकाम और बुखार की शिकायत की थी. जिस पर उन्हें आवश्यक दवाईयां पाइपलाइन के द्वारा भेजी गई. एक-एक घंटे के अंतराल पर खाने के लिए पॉपकॉर्न, काजू, बादाम व मुरमुरे के साथ विटामिन की टैबलेट भी दी जा रही है. जिससे उनके अंदर कमजोरी ना आए. इसके अलावा पाइपलाइन से मजदूरों से बात कर उनका लगातार हौसला बढ़ाया जा रहा है.
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कंपनी और सरकार के खिलाफ PIL दायर करेंगे श्रीकांत: सुप्रीम कोर्ट में अधिवक्ता श्रीकांत प्रसाद ने बुधवार को सिलक्यारा सुरंग में भूस्खलन हादसे का जायजा लिया. उन्होंने कहा कि निर्माणकार्य में लगी कंपनी की लापरवाही के कारण ये हादसा हुआ है. यहां संवदेनशील हिस्से का सही तरीके से उपचार किया गया होता तो घटना नहीं घटती. उन्होंने कहा कि कंपनी ने पैसा बचाने के लिए टनल में प्रति मीटर ब्लॉकिंग और कंकरीटिंग पर ध्यान दिया. टनल इंजीनियरिंग के सुरक्षा कारको को नजरअंदाज किया गया. उन्होंने हादसे के कारणों की पड़ताल कर सुप्रीम कोर्ट में निर्माण कार्य में लगी कंपनी के साथ राज्य सरकार के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर करने की बात कही. उन्होंने कहा कि वह जल्द कुछ दिनों के अंदर जनहित याचिका दायर करेंगे.
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Last Updated : Nov 15, 2023, 10:43 PM IST
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