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Naga sadhu Sivagiri Bapu sent to jail: साध्वी जयश्रीकानंद पर तलवार से हमला मामले में नागा साधु शिवगिरिबापू को भेजा गया जेल

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Published : Feb 12, 2023, 6:46 AM IST

जूनागढ़ में भवनाथ पुराना अखाड़ा की पीठाधीश्वर स्वाध्वी जयश्रीकानंद पर तलवार से हमला करने वाले नागा साधू शिवगरिबापू को पुलिस ने जेल भेज दिया है. स्वाध्वी जयश्रीकानंद को इलाज के लिए जूनागढ़ सिविल अस्पताल रेफर किया गया है. नागा साधू शिवगरिबापू ने तीन साल पहले भी एक भवनाथ इलाके में एक और साधु पर हमला किया था, जिसकी शिकायत पुलिस में दर्ज है.

Swadhvi Jayashreekananda
Swadhvi Jayashreekananda

जूनागढ़ (गुजरात): गुजरात के जूनागढ़ में भवनाथ पुराना अखाड़ा की पीठाधीश्वर साध्वी जयश्रीकानंद पर 7 फरवरी की शाम को नागा साधू शिवगरिबापू ने तलवार से हमला कर दिया गया था. हमले में साध्वी जयश्रीकानंद गंभीर रूप से घायल हो गईं. इस मामले में जूनागढ़ पुलिस ने शिवगरिबापू को गिरफ्तार करते शनिवार को जूनागढ़ जिला अदालत में पेश किया, जहां से कोर्ट के आदेश के बाद नागा साधु शिवगिरिबापू को जेल भेज दिया गया है.

इस संबंध में पुलिस अधीक्षक हितेश धांधल्या ने बताया कि भवनाथ क्षेत्र में पुराने अखाड़े की पीठाधीश्वर जयश्रीकानंद पर तलवार से हमला किया गया था. उन्हें इलाज के लिए जूनागढ़ सिविल अस्पताल में रेफर कर दिया गया. हमला करने वाले नागा संन्यासी शिवगिरिबापू को पुलिस ने बिल्खा के पास से गिरफ्तार कर एक दिन के रिमांड पर लिया. रिमांड पूरी होने के बाद उन्हें फिर से जूनागढ़ जिला अदालत में पेश किया गया, अदालत ने नागा साधु शिवगिरिबापू की और रिमांड से इनकार करते हुए उन्हें जेल भेजने का आदेश दिया.

धारा 307 में केस दर्ज: जूनागढ़ पुलिस ने नागा साधु शिवगिरिबापू के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 307 के तहत मामला दर्ज किया है. पूरे मामले में पुलिस ने शिवगिरिबापू के आपराधिक इतिहास की जांच की. तीन साल पहले शिवगिरी बापू ने भवनाथ इलाके में एक और साधु पर हमला किया था, जिसकी पुलिस शिकायत भवनाथ थाने में दर्ज है. एक बार फिर शिवगिरिबापू ने साध्वी जयश्रीकानंद पर तलवार से हमला किया. उसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया और अब उन्हें जूनागढ़ जेल भेज दिया गया है.

साध्वी जयश्रीकानंद और नागा साधु शिवगिरिबापू के बीच लंबे समय से मनमुटाव चल रहा है. कुछ साल पहले महाशिवरात्रि मेले के दौरान मंदिर परिसर में साध्वी जयश्रीकानंद और शिवगिरी बापू के बीच आमने-सामने की भिड़ंत हो गई थी.

कौन हैं साध्वी जयश्रीकानंद: पिछले कुछ सालों से भवनाथ में कार्यरत अखाड़े की पीठाधीश्वर के नाम से मशहूर साध्वी जयश्रीकानंद का अतीत भी पुलिस की किताब में दर्ज है. कुछ साल पहले बनासकांठा जिले में उनके खिलाफ पुलिस ने शिकायत दर्ज की थी. उन्हें हिरासत में भी लिया था. पुलिस कार्रवाई के बाद जयश्रीकानंद को जेल तक जाना पड़ा.

ये भी पढ़ें- Naxalites Attack on Leaders : नक्सली हिंसा में नेताओं की हत्या पर सियासत, बीजेपी और कांग्रेस में जुबानी जंग

बनासकांठा के इस मामले से साध्वी जयश्रीकानंद साधु समाज में एक विवादित और विवादित चेहरे के रूप में जानी जाने लगीं. बनासकांठा कांड के बाद स्वाध्वी जयाश्रीकानंद पिछले कुछ समय से जूनागढ़ के भावनाथ में जूना अखाड़े के पीठाधीश्वर के रूप में सेवाएं दे रही हैं, यहां भी साध्वी जयश्रीकानंद विवादों में नजर आ रही हैं.

साल 2019 के बाद विवादित साध्वी जयश्रीकानंद पुराने अखाड़े की पीठाधीश्वर के तौर पर काम कर रही हैं. भवनाथ के पीठाधीश्वर बनने से पहले उन्हें कई बार विवादों में देखा गया है, फिर एक बार फिर जूनागढ़ में एक नागा साधु से विवाद के चलते उन पर भी तलवार से हमला कर दिया गया. तो यह पूरा मामला अब महाशिवरात्रि मेले पर चर्चा का विषय बनता जा रहा है.

झगड़ालू स्वभाव के हैं नागा साधू शिवगिरि बापू: शिवगिरी बापू पिछले कुछ वर्षों से भवनाथ को अपना कार्यक्षेत्र बनाकर यहां शिव की पूजा करते आ रहे हैं, वे भी झगड़ालू स्वभाव के माने जाते हैं. शिवगिरी बापू, छोटे-बड़े साधु संतों और भवनाथ क्षेत्र के कुछ व्यक्तियों के साथ भी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं होती रहती है. कुछ समय पहले शिवगिरी बापू के खिलाफ भवनाथ थाने में मारपीट की शिकायत दर्ज कराई गई थी. फिर मंगलवार को तलवार से हमला करने के मामले में जूनागढ़ लोकल क्राइम ब्रांच ने शिवगिरि बापू को भी हिरासत में लिया है.

भवनाथ की गिरी तलहटी में अनादिकाल से लगने वाले महाशिवरात्रि मेले में पिछले कुछ वर्षों से साधु संतों और मेले में आए श्रद्धालुओं के बीच अनबन की घटनाएं भी लगातार देखने को मिल रही हैं, पिछले साल महाशिवरात्रि मेले के दौरान एक नागा साधु भाविक पर फरसे से हमला कर दिया था, जिसमें घायल युवक को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. इससे पहले नागा साधु के हथियार से एक अन्य साधु की मौके पर ही मौत हो गई थी.

जूनागढ़ (गुजरात): गुजरात के जूनागढ़ में भवनाथ पुराना अखाड़ा की पीठाधीश्वर साध्वी जयश्रीकानंद पर 7 फरवरी की शाम को नागा साधू शिवगरिबापू ने तलवार से हमला कर दिया गया था. हमले में साध्वी जयश्रीकानंद गंभीर रूप से घायल हो गईं. इस मामले में जूनागढ़ पुलिस ने शिवगरिबापू को गिरफ्तार करते शनिवार को जूनागढ़ जिला अदालत में पेश किया, जहां से कोर्ट के आदेश के बाद नागा साधु शिवगिरिबापू को जेल भेज दिया गया है.

इस संबंध में पुलिस अधीक्षक हितेश धांधल्या ने बताया कि भवनाथ क्षेत्र में पुराने अखाड़े की पीठाधीश्वर जयश्रीकानंद पर तलवार से हमला किया गया था. उन्हें इलाज के लिए जूनागढ़ सिविल अस्पताल में रेफर कर दिया गया. हमला करने वाले नागा संन्यासी शिवगिरिबापू को पुलिस ने बिल्खा के पास से गिरफ्तार कर एक दिन के रिमांड पर लिया. रिमांड पूरी होने के बाद उन्हें फिर से जूनागढ़ जिला अदालत में पेश किया गया, अदालत ने नागा साधु शिवगिरिबापू की और रिमांड से इनकार करते हुए उन्हें जेल भेजने का आदेश दिया.

धारा 307 में केस दर्ज: जूनागढ़ पुलिस ने नागा साधु शिवगिरिबापू के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 307 के तहत मामला दर्ज किया है. पूरे मामले में पुलिस ने शिवगिरिबापू के आपराधिक इतिहास की जांच की. तीन साल पहले शिवगिरी बापू ने भवनाथ इलाके में एक और साधु पर हमला किया था, जिसकी पुलिस शिकायत भवनाथ थाने में दर्ज है. एक बार फिर शिवगिरिबापू ने साध्वी जयश्रीकानंद पर तलवार से हमला किया. उसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया और अब उन्हें जूनागढ़ जेल भेज दिया गया है.

साध्वी जयश्रीकानंद और नागा साधु शिवगिरिबापू के बीच लंबे समय से मनमुटाव चल रहा है. कुछ साल पहले महाशिवरात्रि मेले के दौरान मंदिर परिसर में साध्वी जयश्रीकानंद और शिवगिरी बापू के बीच आमने-सामने की भिड़ंत हो गई थी.

कौन हैं साध्वी जयश्रीकानंद: पिछले कुछ सालों से भवनाथ में कार्यरत अखाड़े की पीठाधीश्वर के नाम से मशहूर साध्वी जयश्रीकानंद का अतीत भी पुलिस की किताब में दर्ज है. कुछ साल पहले बनासकांठा जिले में उनके खिलाफ पुलिस ने शिकायत दर्ज की थी. उन्हें हिरासत में भी लिया था. पुलिस कार्रवाई के बाद जयश्रीकानंद को जेल तक जाना पड़ा.

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बनासकांठा के इस मामले से साध्वी जयश्रीकानंद साधु समाज में एक विवादित और विवादित चेहरे के रूप में जानी जाने लगीं. बनासकांठा कांड के बाद स्वाध्वी जयाश्रीकानंद पिछले कुछ समय से जूनागढ़ के भावनाथ में जूना अखाड़े के पीठाधीश्वर के रूप में सेवाएं दे रही हैं, यहां भी साध्वी जयश्रीकानंद विवादों में नजर आ रही हैं.

साल 2019 के बाद विवादित साध्वी जयश्रीकानंद पुराने अखाड़े की पीठाधीश्वर के तौर पर काम कर रही हैं. भवनाथ के पीठाधीश्वर बनने से पहले उन्हें कई बार विवादों में देखा गया है, फिर एक बार फिर जूनागढ़ में एक नागा साधु से विवाद के चलते उन पर भी तलवार से हमला कर दिया गया. तो यह पूरा मामला अब महाशिवरात्रि मेले पर चर्चा का विषय बनता जा रहा है.

झगड़ालू स्वभाव के हैं नागा साधू शिवगिरि बापू: शिवगिरी बापू पिछले कुछ वर्षों से भवनाथ को अपना कार्यक्षेत्र बनाकर यहां शिव की पूजा करते आ रहे हैं, वे भी झगड़ालू स्वभाव के माने जाते हैं. शिवगिरी बापू, छोटे-बड़े साधु संतों और भवनाथ क्षेत्र के कुछ व्यक्तियों के साथ भी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं होती रहती है. कुछ समय पहले शिवगिरी बापू के खिलाफ भवनाथ थाने में मारपीट की शिकायत दर्ज कराई गई थी. फिर मंगलवार को तलवार से हमला करने के मामले में जूनागढ़ लोकल क्राइम ब्रांच ने शिवगिरि बापू को भी हिरासत में लिया है.

भवनाथ की गिरी तलहटी में अनादिकाल से लगने वाले महाशिवरात्रि मेले में पिछले कुछ वर्षों से साधु संतों और मेले में आए श्रद्धालुओं के बीच अनबन की घटनाएं भी लगातार देखने को मिल रही हैं, पिछले साल महाशिवरात्रि मेले के दौरान एक नागा साधु भाविक पर फरसे से हमला कर दिया था, जिसमें घायल युवक को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. इससे पहले नागा साधु के हथियार से एक अन्य साधु की मौके पर ही मौत हो गई थी.

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