नई दिल्ली: नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नगालिम (एनएससीएन-आईएम) के इसाक-मुइवा गुट के सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के मंगलवार को नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारियों से मिलने और नगा शांति वार्ता फिर से शुरू करने की उम्मीद है. राज्य और एनएससीएन-आईएम के बीच बातचीत मई महीने से रुकी हुई है.
सूत्रों के मुताबिक एनएससीएन-आईएम का प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को केंद्रीय नेताओं और अधिकारियों से मुलाकात कर सकता है. ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि शांति वार्ता में आ रही सभी बाधाओं को हल कर लिया जाएगा. जानकारी के मुताबिक इसके लिए एक 7 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल दिल्ली भी पहुंच चुका है.
इस मामले को लेकर शनिवार को कोर कमेटी के सदस्य और एनएससीएन-आईएम के प्रतिनिधियों ने चुमुकेदिमा में दो घंटे तक मुलाकात की थी. इस सम्मेलन को तब बुलाया गया था, जब केंद्र ने मुख्यमंत्री नेफियू रियो के नेतृत्व में कोर पैनल को आदेश दिया था कि संगठन को शांति वार्ता जारी रखने और अंतिम समझौते पर पहुंचने के लिए राजी किया जाए. यही वजह है कि शांति वार्ता की प्रक्रिया फिर से शुरू करने का निर्णय लिया गया है.
गौरतलब है कि 12 सितंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ एनएससीएन-आईएम नेताओं और नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफियू रियो के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक हुई थी. सूत्रों के अनुसार इस बैठक में गृह मंत्रालय ने स्पष्ट किया था कि गतिरोध को समाप्त करने और शांति समझौते पर जल्द से जल्द हस्ताक्षर सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी एनएससीएन-आईएम पर है.
ये भी पढ़ें- Security Review Meet : असम के आठ आदिवासी आतंकवादी समूहों के साथ समझौता
केंद्र ने तीन अगस्त 2015 को एनएससीएन (आईएम) के साथ रूपरेखा के समझौते पर हस्ताक्षर किए थे और दिसंबर 2017 में एनएनपीजी के साथ भी सहमति बनायी थी. वहीं एनएससीएन-आईएम से जुड़े सूत्रों ने बताया कि नागा लोगों की इच्छाओं और व्यापक विचार-विमर्श को सुनने के बाद भारत सरकार के साथ बातचीत फिर से शुरू करने के लिए फैसला लिया गया है.
(आईएएनएस)