नैय्पिडॉ (म्यांमार) : म्यांमार के सैन्य-नियंत्रित चुनाव आयोग ने कहा कि एक नए चुनावी कानून के तहत आंग सान सू की की पार्टी को भंग कर दिया गया है. एक बयान में कहा गया कि उनकी पार्टि नये चुनावी कानून के तहत फिर से रजिस्टर करने में विफल रही. अल जजीरा ने राज्य के टेलीविजन के हवाले से यह जानकारी दी है. आंग सान सू की को सेना ने सत्ता से भ्रष्टाचार के आरोप में बेदखल कर दिया था.
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बता दें कि आंग सान सू की की पार्टी नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी (एनएलडी) पार्टी 40 राजनीतिक दलों में से एक थी जो चुनाव के लिए सत्तारूढ़ सेना की पंजीकरण की समय सीमा को पूरा करने में असमर्थ रहे. अल जजीरा ने मायवाड्डी टीवी का हवाला देते हुए बताया कि इससे पहले जनवरी में, म्यांमार की सेना ने नए चुनावों से पहले एक सख्त नए चुनावी कानून के तहत पंजीकरण करने के लिए दो महीने का समय दिया था. रिपोर्ट के मुताबिक सेना ने जनता से वादा किया है कि वह दो महीने बाद चुनाव आयोजित करेंगे.
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हालांकि, विरोधियों ने कहा है कि ये चुनाव न तो स्वतंत्र होंगे और न ही निष्पक्ष होंगे. एनएलडी ने कहा कि है कि सेना की कार्रवाई नाजायज है. Suu Kyi की पार्टी के निर्वाचित सांसदों में से एक, बो बो ऊ, ने कहा कि हम चुनाव आयोग के इस फैसले को अस्वीकार करते हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे समय में चुनाव हो रहे हैं जब कई राजनीतिक नेताओं और कार्यकर्ताओं को जेल में बंद कर दिया गया है. लोगों को सेना द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है. नवंबर 2020 में, एनएलडी ने म्यांमार के संसदीय चुनावों में जीत हासिल की. हालांकि, तीन महीने से भी कम समय के बाद, म्यांमार सेना ने एक तख्तापलट की और आंग सान सू की को कैद कर लिया.
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(एएनआई)