जयपुर. राजधानी के चौमूं थाना इलाके में अप्रैल माह में एक निजी मेडिकल कॉलेज में रहस्यमय तरीके से हुई छात्रा की मौत के बाद (Chomu Medical Student Mysterious Death) अब उसकी बहन ने हत्या समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कराया है. बहन ने हत्या का आरोप लक्ष्मी के साथ पढ़ने वाली 9 लड़कियों समेत 19 लोगो पर लगाया है. इनमें मैस लांगरी, सीसीटीवी कैमरा संचालक समेत अन्य लोग शामिल हैं. चौमूं थानाधिकारी हेमराज ने बताया कि 19 अप्रैल को एमजेएफ मेडिकल कॉलेज में थर्ड ईयर की छात्रा लक्ष्मी रावत की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. जिसे लेकर शुक्रवार रात मृतक की बहन सुमन रावत ने मामला दर्ज करवाया. परिवादी ने कॉलेज प्रशासन, छात्र और कुछ अन्य लोगों पर कॉलेज में ड्रग्स सप्लाई करने व अय्याशी का अड्डा चलाने के आरोप लगाए हैं.
कैम्पस में ड्रग्स: केस दर्ज कराने वाली सुमन सीकर की रहने वाली हैं. जिसकी बहन लक्ष्मी निजी मेडिकल कॉलेज में थर्ड ईयर की छात्रा थी. आरोप है कि कॉलेज में उसके ही साथ पढ़ने वाली युवतियों ने पहले तो तकिए से उसका मुंह दबा दिया और उसके बाद अन्य साथियों के साथ मिलकर उसे छत से नीचे फेंक हत्या कर दी. शव को अस्पताल ले जाने के बाद परिवार के सदस्यों को सूचना दी गई. लिखित रिपोर्ट के मुताबिक मृतक कई दिनों से परेशान थी और लगातार घर आने की बात कर रही थी.
छात्रा ने बताया था अय्याशी का चलता है खेल: उसने फोन पर परिजनों को बताया था कि कॉलेज में ड्रग्स सप्लाई होती है और कई लड़के-लड़कियां इसे लेते हैं, फिर अय्याशी करते हैं. इस बारे में लक्ष्मी को जानकारी लग गई थी और तभी से उसे मारने की प्लानिंग शुरू कर दी गई थी. उसने घर पर 17 अप्रेल को फोन कर कहा था कि अब वह परेशान हो चुकी है और जल्द ही वापस आ रही है. वह उसी दिन आने की तैयारी कर रही थी लेकिन उसे 19 अप्रेल तक प्रैक्टिकल के नाम पर रोक लिया गया. उसने घर में बताया था कि वह 19 को आ रही है, लेकिन 19 को उसकी मौत की खबर आ गई.
भाई ने लगाया ये आरोप: इस पूरी घटना में मृतका लक्ष्मी के भाई का आरोप है कि बहन ने कहा था कि उसकी हत्या की साजिश की जा रही है. भाई का आरोप है कि उसकी बहन को छत से फेंका गया. जब वहां जाकर सीसीटीवी कैमरे की फुटेज मांगी तो कॉलेज प्रशासन ने उसी जगह के कैमरे बंद बता दिए, जबकि इस घटना से ठीक 9 दिन पहले कॉलेज में चोरी हो गई थी. उस समय सभी कैमरे सही काम कर रहे थे. वहीं परिजनों ने जब घटनाक्रम के बाद पुलिस थाने पहुंच रिपोर्ट दर्ज करानी चाही तो पुलिस ने मामला दर्ज करने से मना कर दिया. इसके बाद अब जाकर परिजनों ने कोर्ट के इस्तगासे के जरिए प्रकरण दर्ज करवाया है. उधर पुलिस ने इस पूरे मामले में 9 लड़कियों समेत 19 लोगों पर केस दर्ज किया है. ड्रग्स के आरोप लगाने और हत्या कर सबूत मिटाने की बात को मद्देनजर रखते हुए सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है.