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'बुली बाई' ऐप मामले में तीन गिरफ्तार, अन्य की तलाश जारी : मुंबई पुलिस प्रमुख - mumbai police Bulli Bai arrest

मुंबई पुलिस ने बुली बाई ऐप (Bulli Bai app) मामले में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने कहा कि मामले में कुछ और लोगों के शामिल होने की आशंका है, जिनकी तलाश जारी है.

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Published : Jan 5, 2022, 2:03 PM IST

Updated : Jan 5, 2022, 3:41 PM IST

मुंबई : 'बुली बाई' ऐप (Bulli Bai app) मामले में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. मुंबई के पुलिस आयुक्त हेमंत नगराले ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा कि गिरफ्तार किए गए लोगों में से दो उत्तराखंड के हैं और मामले में कुछ और लोगों के शामिल होने की आशंका हैं.

पुलिस आयुक्त ने बताया कि मयंक रावल (21) नामक छात्र को बुधवार तड़के उत्तराखंड से पकड़ा गया. मुंबई पुलिस के साइबर प्रकोष्ठ ने पहले इस मामले में मुख्य आरोपी श्वेता सिंह (19) को उत्तराखंड से और इंजीनियरिंग के छात्र विशाल कुमार झा (21) को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया था.

उन्होंने कहा कि पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या इस मामले में कोई साजिश रची गई थी. उन्होंने कहा, 'मामले में जांच जारी है और अगर कोई भी व्यक्ति अपराध में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से शामिल पाया जाता है तो उसे गिरफ्तार किया जाएगा और उस पर मुकदमा चलाया जाएगा.'

नगराले ने कहा कि चूंकि जांच की प्रकृति संवेदनशील है, इसलिए हम अधिक विवरण साझा नहीं कर पाएंगे. उन्होंने कहा कि जांच ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से जुड़ी है, इसलिए विवरण साझा करने से जांच में बाधा आ सकती है.

नगराले ने महाराष्ट्र के बाहर के अधिकारियों द्वारा मामले के घटनाक्रम को उजागर करने पर अप्रसन्नता व्यक्त की. उन्होंने कहा कि कुछ स्थानीय अधिकारियों ने अपना नजरिया जाहिर किया है. मुझे लगता है कि इसकी आवश्यकता नहीं थी. उन्हें मामले की विस्तृत जानकारी नहीं थी. आम तौर पर, हम दूसरे राज्यों के मामलों के बारे में नहीं बोलते हैं.

उन्होंने कहा कि अगर आपके पास उचित जानकारी नहीं है, तो आपको इस (मामले) पर बयान जारी नहीं करना चाहिए.

मुंबई पुलिस ने ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर प्लेटफॉर्म गिटहब पर डाले गए बुली बाई ऐप पर नीलामी के लिए, अनुमति लिए बिना सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं की फर्जी तस्वीरें अपलोड किए जाने से संबंधित शिकायतों के बाद अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी.

यह भी पढ़ें- Bulli Bai app case: मुंबई पुलिस ने उत्तराखंड से की दूसरी गिरफ्तारी, कॉलेज छात्र है आरोपी

वास्तव में ऐसी कोई ‘नीलामी’ या ‘बिक्री’ नहीं हुई थी लेकिन प्रतीत होता है कि इस ऐप का उद्देश्य निशाना बनाई गईं महिलाओं को अपमानित करना और उन्हें डराना था। इनमें कई महिलाएं सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रही हैं. मुंबई साइबर पुलिस थाना ने ऐप के अज्ञात डेवलपर्स और इसे बढ़ावा देने वाले ट्विटर हैंडल के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है.

मुंबई : 'बुली बाई' ऐप (Bulli Bai app) मामले में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. मुंबई के पुलिस आयुक्त हेमंत नगराले ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा कि गिरफ्तार किए गए लोगों में से दो उत्तराखंड के हैं और मामले में कुछ और लोगों के शामिल होने की आशंका हैं.

पुलिस आयुक्त ने बताया कि मयंक रावल (21) नामक छात्र को बुधवार तड़के उत्तराखंड से पकड़ा गया. मुंबई पुलिस के साइबर प्रकोष्ठ ने पहले इस मामले में मुख्य आरोपी श्वेता सिंह (19) को उत्तराखंड से और इंजीनियरिंग के छात्र विशाल कुमार झा (21) को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया था.

उन्होंने कहा कि पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या इस मामले में कोई साजिश रची गई थी. उन्होंने कहा, 'मामले में जांच जारी है और अगर कोई भी व्यक्ति अपराध में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से शामिल पाया जाता है तो उसे गिरफ्तार किया जाएगा और उस पर मुकदमा चलाया जाएगा.'

नगराले ने कहा कि चूंकि जांच की प्रकृति संवेदनशील है, इसलिए हम अधिक विवरण साझा नहीं कर पाएंगे. उन्होंने कहा कि जांच ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से जुड़ी है, इसलिए विवरण साझा करने से जांच में बाधा आ सकती है.

नगराले ने महाराष्ट्र के बाहर के अधिकारियों द्वारा मामले के घटनाक्रम को उजागर करने पर अप्रसन्नता व्यक्त की. उन्होंने कहा कि कुछ स्थानीय अधिकारियों ने अपना नजरिया जाहिर किया है. मुझे लगता है कि इसकी आवश्यकता नहीं थी. उन्हें मामले की विस्तृत जानकारी नहीं थी. आम तौर पर, हम दूसरे राज्यों के मामलों के बारे में नहीं बोलते हैं.

उन्होंने कहा कि अगर आपके पास उचित जानकारी नहीं है, तो आपको इस (मामले) पर बयान जारी नहीं करना चाहिए.

मुंबई पुलिस ने ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर प्लेटफॉर्म गिटहब पर डाले गए बुली बाई ऐप पर नीलामी के लिए, अनुमति लिए बिना सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं की फर्जी तस्वीरें अपलोड किए जाने से संबंधित शिकायतों के बाद अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी.

यह भी पढ़ें- Bulli Bai app case: मुंबई पुलिस ने उत्तराखंड से की दूसरी गिरफ्तारी, कॉलेज छात्र है आरोपी

वास्तव में ऐसी कोई ‘नीलामी’ या ‘बिक्री’ नहीं हुई थी लेकिन प्रतीत होता है कि इस ऐप का उद्देश्य निशाना बनाई गईं महिलाओं को अपमानित करना और उन्हें डराना था। इनमें कई महिलाएं सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रही हैं. मुंबई साइबर पुलिस थाना ने ऐप के अज्ञात डेवलपर्स और इसे बढ़ावा देने वाले ट्विटर हैंडल के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है.

Last Updated : Jan 5, 2022, 3:41 PM IST
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