मुंबई: मुंबई पुलिस का एक लेटर वायरल हो गया है. इस लेटर में 8 महिला पुलिसकर्मियों ने सनसनी फैला दी है कि उनके साथ 3 सीनियर्स ने अत्याचार किया है. हालांकि पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह पत्र फर्जी है. पुलिस ने यह भी कहा है कि जिन लोगों ने यह पत्र भेजकर पुलिस को बदनाम किया है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
यह पत्र इस समय मुंबई पुलिस बल के अधिकारियों और कर्मचारियों के मोबाइल फोन पर वायरल हो रहा है. शुक्रवार से वायरल हो रहे इस पत्र ने हड़कंप मचा दिया है. इस पत्र में मुंबई पुलिस के मोटर परिवहन विभाग की आठ महिला पुलिसकर्मियों ने पुलिस उपायुक्त, दो पुलिस निरीक्षकों और तीन पुलिस कांस्टेबलों पर रेप का आरोप लगाया है.
ईटीवी भारत से बात करते हुए मुंबई पुलिस के प्रशासन विभाग के संयुक्त पुलिस आयुक्त एस जयकुमार ने बताया कि वायरल पत्र फर्जी है. जैसे ही मुंबई पुलिस को इस पत्र की जानकारी मिली तो पत्र में उल्लिखित आठ महिलाओं में से छह महिलाओं को बुलाया गया और पत्र में लगाए गए आरोपों की जांच की गई.
उन्होंने बताया कि 'छह महिला पुलिसकर्मियों ने हमें बताया कि ऐसी कोई समस्या नहीं थी. साथ ही इन महिलाओं ने पुलिस को यह भी बताया कि इस पत्र में जो हस्ताक्षर हैं वह हमारे नहीं हैं और हमने यह पत्र नहीं भेजा है इसलिए हमें बेवजह बदनाम किया जा रहा है. पत्र में उल्लिखित बाकी दो महिलाएं पुलिस पूछताछ में शामिल नहीं हो सकीं क्योंकि वे मुंबई से बाहर छुट्टी पर गई थीं.'