सोनभद्र: उत्तर प्रदेश में सोनभद्र के घोरावल क्षेत्र स्थित बहुआर ग्राम निवासी मुलायम घर से नाराज होकर करीब 12 साल पहले चला गया था. मानसिक रूप से कमजोर होने के कारण मुलायम सालों तक इधर-उधर भटकता रहा. इसके बाद अमृतसर में एक पंजाब पुलिस के एएसआई सुखविंदर सिंह बदेशा की नजर उस पर पड़ी. मानसिक रूप से कमजोर होने के कारण यह युवक अपने घर का पता भी नहीं बता पा रहा था. लेकिन पुलिस के जवान सुखविंदर ने उसके बताए लोकेशन के आधार पर जब सोनभद्र के कुछ समाजसेवियों से बातचीत की तो युवक के घर का पता चल गया. पंजाब पुलिस के इस एएसआई ने अपने व्यक्तिगत प्रयास से युवक को उसके मां-बाप से मिलाने का काम किया.
पंजाब पुलिस का एएसआई बना मसीहा
जब एएसआई सुखविंदर अपने साथ मुलायम को पंजाब से सोनभद्र आए तो बेटे को पास पाकर उसके माता-पिता की आंखों में आंसू आ गए. मुलायम जब घर से गया था तो उसकी उम्र 13 साल थी, लेकिन जब उसकी वापसी हुई तो वो 25 साल का हो चुका है. घरवालों ने अपने बच्चे को वापस आया देखा पंजाब पुलिस के एएसआई को धन्यवाद ज्ञापित किया. मुलायम के वापस आने का समाचार सुनकर गांव के दर्जनों लोग उसके घर आ गए और उन्होंने पंजाब पुलिस के इस जवान को घर पहुंचाने के लिए धन्यवाद दिया.
बेटे की वापसी से घर में लौटी रौनक
पंजाब पुलिस के कार्यरत एएसआई सुखविंदर ने बताया कि वो उनके यहां काम करने आया था. लेकिन उन्होंने पाया कि वो हमेशा उदास रहता था और अक्सर सैड सॉन्ग सुना करता था. इसलिए वो यह निश्चय किए कि वो उसको उसके घर पहुंचेंगे. उन्होंने कहा कि मुलायम को घर पहुंचाकर उन्हें भी बहुत खुशी हो रही है.