बांदा : उत्तर प्रदेश में मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद के करीबियों व मददगारों पर पुलिस लगातार शिकंजा कस रही है. इसी कड़ी में बांदा में मुख्तार अंसारी के करीबी व मददगार एक ठेकेदार काे पुलिस ने सोमवार काे गिरफ्तार कर लिया. ठेकेदार पर आराेप है कि उसने मोबाइल की दुकान पर पहुंच कर फर्जी सिम कार्ड की मांग की. दुकानदार ने मना किया ताे उस पर पिस्टल तान दी. 50 हजार रुपए की रंगदारी भी मांगी. फिलहाल आराेपी काे जेल भेज दिया गया है.
पुलिस के अनुसार आराेपी ठेकेदार के घर पर कुछ दिन पहले प्रशासन का बुलडोजर भी चला था. उसके अवैध निर्माण को ढहा दिया गया था. शहर के छोटी बाजार इलाके के बन्योटा मोहल्ले के रहने वाले श्यामू गुप्ता नाम के मोबाइल दुकानदार में शहर कोतवाली में 6 मार्च को तहरीर दी थी. उसने बताया कि 19 फरवरी को बस स्टैंड के पास स्थित दुकान में स्कूटी से बांदा शहर के अलीगंज इलाके का रहने वाला रफीकुस्समद उर्फ कुद्दन अपने एक साथी के साथ पहुंचा.
दुकानदार का आराेप है कि वह बिना आईडी के फर्जी सिम मांग रहा था. जब उसने सिम देने से मना कर दिया तो उसके साथ गाली-गलौज की गई. रफीकुस्समद ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल निकाल ली. 50 हजार रुपये की रंगदारी मांगने लगा. कहने लगा कि 10 दिन बाद मैं दुकान पर आऊंगा और अगर मुझे 50 हजार रुपये व सिम न मिले तो मैं तुम्हें जान से मार दूंगा. दुकानदार ने तहरीर देकर पुलिस से खुद की सुरक्षा की भी मांग की थी.
बता दें कि 7 मार्च को मुख्तार अंसारी के इस मददगार ठेकेदार के अलीगंज इलाके में स्थित निर्माणाधीन घर पर प्रशासन का बुलडोजर चला था. पुलिस को इसके एक अन्य मकान से असलहे और भारी मात्रा में कारतूस मिले थे. पुलिस उस मामले की भी जांच कर रही है. कारतूसों का ब्यौरा ठेकेदार नहीं दे सका था. ठेकेदार पर आरोप है कि मुख्तार अंसारी के जेल में रहते हुए उसने उसकी मदद की थी.
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