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दादी-नानी वाली टीम... सिविल सेवा टूर्नामेंट में उतरी MP की महिला हॉकी टीम, नाती-पोतों ने कुछ इस अंदाज में किया चेयरअप - madhya pradesh news in hindi

सिविल सेवा टूर्नामेंट (Civil Services Tournament) में एमपी की दादी-नानी वाली महिला हॉकी टीम मैदान में उतरी है, इस दौरान उनके नाती-पोते भी खिलाड़ियों की तरह ही ड्रेस पहनकर, ताली बजाकर उन्हें चेयरअप कर रहे हैं. (MP Women Hockey Team)

MP Women Hockey Team in Civil Services Tournament
एमपी सिविल सेवा टूर्नामेंट में दादी-नानी वाली हॉकी टीम
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Published : Jun 22, 2022, 10:50 PM IST

भोपाल। सिविल सर्विसेज की अखिल भारतीय प्रतियोगिता में मध्यप्रदेश की महिला टीम भी मैदान पर है, (Civil Services Tournament) लेकिन इसमें खास बात यह है कि इसमें अधिकतर खिलाड़ियों की उम्र 55 से 60 वर्ष के बीच है. कोई दादी बन चुका है तो कोई नानी ऐसे में इनका खेल देखने इनके नाती-पोते भी मैदान पर दिखे.(MP Women Hockey Team)

सिविल सेवा टूर्नामेंट में दादी-नानी वाली हॉकी टीम

नए युवा खिलाड़ियों को टक्कर देतीं बुजुर्ग खिलाड़ी: अगर आप में जोश और जुनून है तो उम्र आपके आड़े नहीं आती या यूं कहें कि खिलाड़ी में अगर खेलने का जज्बा है तो फिर उम्र भी उसे नहीं रोक पाती. ऐसा ही कुछ कर दिखाया है मध्य प्रदेश की महिला हॉकी टीम ने. जी हां सिविल सर्विसेज की अखिल भारतीय प्रतियोगिता में मध्यप्रदेश की यह टीम भी उतरी है, जिसमें अधिकतर महिला खिलाड़ियों की उम्र 55 से 60 बरस के बीच है, जबकि टीम की गोलकीपर तो 5 महीने बाद 62 की उम्र में रिटायर होने जा रहे हैं लेकिन वह हॉकी मैदान पर ऐसा चलाती हैं कि नए युवा खिलाड़ी भी वह काम नहीं कर पाते.

खिलाड़ियों ने शेयर किया अनुभव: भोपाल के ध्यानचंद स्टेडियम में चल रही इस प्रतियोगिता में यह नानी और दादी की टीम अपने हुनर से सभी का मन आकर्षित कर रही है, इसमें अधिकतर खिलाड़ी ऐसी है जो दादी बन चुकी हैं और नानी भी. टीम की खिलाड़ी अलका शर्मा कहती हैं कि "भले ही उम्र ज्यादा हो, लेकिन जोश और जुनून मुझमें अभी भी पहले की तरह ही बरकरार है, ऐसे में जब मैं ग्राउंड पर उतरती हूं तो वही जोश के साथ खेल खेलती हूं." इसके साथ ही टीम की कप्तान सविता कहती हैं कि "पूरी टीम जब मैदान पर होती है तो वही युवाओं जैसा जोश नजर आता है. उम्र कभी आड़े नहीं आई, क्योंकि खिलाड़ी अपने खेल से जाना जाता है." इसके अलावा अरुणा मानती हैं कि "भले ही हम दादी-नानी बन गए हैं, लेकिन मेरे नाती और पोते भी मुझे खेल के लिए प्रोत्साहित करते हैं और कहते हैं कि आप खेलने जाओ." वही पूनम और प्रीति के अनुसार जब वो मैच खेलती हैं तो युवा खिलाड़ियों की तरह ही झगड़े भी होते हैं और लड़ाई भी. हालाकि खेल के दौरान यह सब चीज होती है, बाद में साथ बैठकर ही खाना खाती हैं.

अमेरिका में आयोजित खेल और सांस्कृतिक आदान प्रदान कार्यक्रम के लिए झारखंड के हॉकी खिलाड़ियों का हुआ चयन, सीएम ने दी शुभकामनाएं

दादी-नानी को बच्चे कर रहे चेयरअप: मैच के दौरान खिलाडियों के नाती-पोते भी मैदान पर नजर आए और खुद भी खिलाड़ियों की ड्रेस में दादी-नानी को चेयरअप करने के लिए मौजूद रहे. बच्चे कहते हैं कि उन्हें भी अच्छा लगता है जब उनकी दादी या नानी ग्राउंड पर एक खिलाड़ी की तरह खेलती हैं.

यह है टीम के खिलाड़ियों की लिस्ट और उम्र:

MP Women Hockey Team
यह है टीम के खिलाड़ियों की लिस्ट और उम्र

एमपी का प्रतिनिधित्व करती महिला हॉकी टीम: बता दें कि पिछले साल ही कुरुक्षेत्र में हुई सिविल सर्विसेज प्रतियोगिता में पहली बार मध्यप्रदेश की यही महिला हॉकी टीम ने हिस्सा लिया था, तब 57 साल बाद पहली बार सिविल सर्विसेज की महिला टीम ने मध्य प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया था.

भोपाल। सिविल सर्विसेज की अखिल भारतीय प्रतियोगिता में मध्यप्रदेश की महिला टीम भी मैदान पर है, (Civil Services Tournament) लेकिन इसमें खास बात यह है कि इसमें अधिकतर खिलाड़ियों की उम्र 55 से 60 वर्ष के बीच है. कोई दादी बन चुका है तो कोई नानी ऐसे में इनका खेल देखने इनके नाती-पोते भी मैदान पर दिखे.(MP Women Hockey Team)

सिविल सेवा टूर्नामेंट में दादी-नानी वाली हॉकी टीम

नए युवा खिलाड़ियों को टक्कर देतीं बुजुर्ग खिलाड़ी: अगर आप में जोश और जुनून है तो उम्र आपके आड़े नहीं आती या यूं कहें कि खिलाड़ी में अगर खेलने का जज्बा है तो फिर उम्र भी उसे नहीं रोक पाती. ऐसा ही कुछ कर दिखाया है मध्य प्रदेश की महिला हॉकी टीम ने. जी हां सिविल सर्विसेज की अखिल भारतीय प्रतियोगिता में मध्यप्रदेश की यह टीम भी उतरी है, जिसमें अधिकतर महिला खिलाड़ियों की उम्र 55 से 60 बरस के बीच है, जबकि टीम की गोलकीपर तो 5 महीने बाद 62 की उम्र में रिटायर होने जा रहे हैं लेकिन वह हॉकी मैदान पर ऐसा चलाती हैं कि नए युवा खिलाड़ी भी वह काम नहीं कर पाते.

खिलाड़ियों ने शेयर किया अनुभव: भोपाल के ध्यानचंद स्टेडियम में चल रही इस प्रतियोगिता में यह नानी और दादी की टीम अपने हुनर से सभी का मन आकर्षित कर रही है, इसमें अधिकतर खिलाड़ी ऐसी है जो दादी बन चुकी हैं और नानी भी. टीम की खिलाड़ी अलका शर्मा कहती हैं कि "भले ही उम्र ज्यादा हो, लेकिन जोश और जुनून मुझमें अभी भी पहले की तरह ही बरकरार है, ऐसे में जब मैं ग्राउंड पर उतरती हूं तो वही जोश के साथ खेल खेलती हूं." इसके साथ ही टीम की कप्तान सविता कहती हैं कि "पूरी टीम जब मैदान पर होती है तो वही युवाओं जैसा जोश नजर आता है. उम्र कभी आड़े नहीं आई, क्योंकि खिलाड़ी अपने खेल से जाना जाता है." इसके अलावा अरुणा मानती हैं कि "भले ही हम दादी-नानी बन गए हैं, लेकिन मेरे नाती और पोते भी मुझे खेल के लिए प्रोत्साहित करते हैं और कहते हैं कि आप खेलने जाओ." वही पूनम और प्रीति के अनुसार जब वो मैच खेलती हैं तो युवा खिलाड़ियों की तरह ही झगड़े भी होते हैं और लड़ाई भी. हालाकि खेल के दौरान यह सब चीज होती है, बाद में साथ बैठकर ही खाना खाती हैं.

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दादी-नानी को बच्चे कर रहे चेयरअप: मैच के दौरान खिलाडियों के नाती-पोते भी मैदान पर नजर आए और खुद भी खिलाड़ियों की ड्रेस में दादी-नानी को चेयरअप करने के लिए मौजूद रहे. बच्चे कहते हैं कि उन्हें भी अच्छा लगता है जब उनकी दादी या नानी ग्राउंड पर एक खिलाड़ी की तरह खेलती हैं.

यह है टीम के खिलाड़ियों की लिस्ट और उम्र:

MP Women Hockey Team
यह है टीम के खिलाड़ियों की लिस्ट और उम्र

एमपी का प्रतिनिधित्व करती महिला हॉकी टीम: बता दें कि पिछले साल ही कुरुक्षेत्र में हुई सिविल सर्विसेज प्रतियोगिता में पहली बार मध्यप्रदेश की यही महिला हॉकी टीम ने हिस्सा लिया था, तब 57 साल बाद पहली बार सिविल सर्विसेज की महिला टीम ने मध्य प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया था.

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