इंदौर। जिस समय कोर्ट में महिला द्वारा वीडियो बनाया जा रहा था उस वक्त बजरंग दल के पदाधिकारी तनु शर्मा से जुड़े मामले की सुनवाई कोर्ट नंबर 42 में चल रही थी. वहीं मौजूद अधिवक्ता सुनील विश्वकर्मा अनिल नायडू और अमित पांडे को शंका हुई उन्होंने एक अन्य महिला की मदद से संदिग्ध महिला को पकड़ कर पुलिस को सूचना दी, साथ ही लिखित में शिकायत कर कोर्ट में वीडियो बनाने की जानकारी दी गई. अधिवक्ता द्वारा पुलिस को बताया गया कि हिंदू संगठन के एक पदाधिकारी से जुड़े मामले की सुनवाई के दौरान संदिग्ध महिला सोनू मंसूरी को वीडियो बनाते हुए पकड़ा गया है (PFI spy woman presented in Court). वह वकील की यूनिफॉर्म में थी और उसके पास से 1 लाख रुपये से अधिक नगद राशि बरामद हुई है.
महिला अधिवक्ता के कहने पर बनाया था वीडियो: पकड़ी गई महिला ने पुलिस की पूछताछ में स्वीकार किया कि वह महिला अधिवक्ता नूरजहां खान के कहने पर वीडियो बना रही थी. जजमेंट से जुड़े दस्तावेजों के फोटो खींचने और सुनवाई से जुड़ी ज्यादा से ज्यादा जानकारी एकत्रित करने के लिए आई थी. वहीं महिला के मोबाइल में कई वीडियो भी मिले हैं, उसने स्वीकार किया है कि अधिवक्ता नूरजहां खान के सहयोग से उसी के निर्देश पर यह सब कर रही थी. वकील खान ने उससे कहा था कि यह सारे अहम दस्तावेज हैं, आज की सुनवाई का भी वीडियो बना लेना, इन्हें PFI को भेजना है. इधर मामले में महिला वकील पर भी पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी.
कोर्ट में बजरंग दल कार्यकर्ताओं का वीडियो बनाने वाली महिला गिरफ्तार, बोली-PFI को भेजना था
खंडवा की रहने वाली है पकड़ी गई महिला: वहीं इस पूरे मामले में पकड़ी गई महिला को पुलिस ने कोर्ट के समक्ष पेश किया गया, जहां से उसे पुलिस को रिमांड पर सौंप दिया है. पुलिस रिमांड के दौरान किसके कहने पर वीडियो बना रही थी और किसे भेजने वाली थी इसके बारे में तफ्तीश करने में जुटी हुई है, पुलिस द्वारा आने वाले दिनों में कुछ बड़े खुलासे करने की बात कही जा रही है. बताया जा रहा है कि युवती मूलता खंडवा की रहने वाली है, वह लॉ की पढ़ाई करने के लिए देवास में रहती है. पुलिस ने जब उसे कोर्ट के समक्ष पेश किया तो इस दौरान विभिन्न तरह के दस्तावेज रखे और उसी के आधार पर पुलिस ने कोर्ट से आरोपी की 3 दिन की रिमांड मांगी.