भोपाल। श्योपुर जिले के करहल गांव में स्व-सहायता समूह संचालन करने वाली महिलाओं का सम्मेलन आयोजित किया गया था. जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) सम्बोधित करने वाले थे. इसी दौरान पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया (Panchayat Minister Mahendra Singh Sisodia) अपनी कुर्सी से उठकर सीधा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास पहुंच गए और उन्हें एक पत्रक दिखाकर चर्चा करने लगे. पत्रक में गुना जिले में निर्माणाधीन राम टेकरी मंदिर के विषय का उल्लेख था.
प्रोटोकॉल को किया दरकिनार: पंचायत मंत्री चाहते थे कि जब भी मंदिर का निर्माण पूर्ण हो जाए तो खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उसका अनावरण करने गुना जिले में आएं, अति उत्साह में पंचायत मंत्री सिसोदिया ने PM के प्रोटोकॉल को दरकिनार कर दिया. पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने जानकारी देते हुए बताया कि, करहल में हिंदुत्व के संवाहक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गुना में निर्माणाधीन राम टेकरी सिद्धस्थल पर मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम भगवान की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित होने हेतु आमंत्रण पत्र सौंपा है. अपनी सहृदयता दिखाते हुए माननीय प्रधानमंत्री ने सहर्ष आमंत्रण स्वीकार कर लिया है.
प्रधानमंत्री के पास पहुंचकर चर्चा की: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रोटोकॉल के अनुसार वे हमेशा एसपीजी के घेरे में रहते हैं. किस व्यक्ति को PM से मिलना है इसका निर्धारण भी सुरक्षा अधिकारियों द्वारा किया जाता है, लेकिन शिवराज कैबिनेट के मंत्री व ज्योतिरादित्य सिंधिया के नजदीकी मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने बिना पूर्व सूचना के प्रधानमंत्री के पास पहुंचकर चर्चा की और खुद ही संदेश जारी करते हुए कार्यक्रम को लेकर प्रधानमंत्री की सहमति भी दे दी.
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मंच पर मौजूद थे बड़े नेता: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रोटोकॉल में छोटी से छोटी बात का भी ध्यान रखा जाता है. लेकिन पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने जिस वक्त ये हिमाकत की उस वक्त मंच पर खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया मौजूद थे. शिवराज कैबिनेट के पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने प्रधानमंत्री मोदी का प्रोटोकॉल तोड़कर पीएम मोदी से मिलने अचानक मंच पर पहुंच गए.