भोपाल। उज्जैन की दक्षिण विधानसभा सीट से विधायक डॉ. मोहन यादव को मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया गया है. मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की ओर से मोहन यादव ने सोमवार को पार्टी विधायक दल के नेता चुने जाने के बाद राजभवन पहुंचकर राज्यपाल मंगु भाई पटेल को पत्र सौंपकर सरकार बनाने का दावा पेश किया. वहीं निवर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया. राजभवन से बाहर आने के बाद ईटीवी भारत ने मोहन यादव से बात की.
भाजपा कार्यकर्ता आधारित पार्टी: ईटीवी भारत की भोपाल से ब्यूरो चीफ शिफाली पांडे ने मोहन यादव से सवाल करते हुए कहा कि जिस तरह से मध्य प्रदेश के नतीजे आए थे, उसी तरह आपका नाम भी चौंकाने वाला रहा. इस पर मोहन यादव ने कहा कि ''यह पार्टी की व्यवस्था रहती है, मुझे खुशी है कि पार्टी ने मुझ जैसे कार्यकर्ता को मौका दिया. भाजपा विश्व की सबसे बड़ी पार्टी है और कार्यकर्ता आधारित पार्टी है. कांग्रेस सहित अन्य दलों को भाजपा से सीख लेना चाहिए ताकि उनकी पार्टी भी मजबूत हो.''
मैं राष्ट्रवादी विचारधारा वाली पार्टी से आता हूं: वहीं, जब उनसे पूछा गया कि आप संघ की पृष्ठभूमि से आते हैं, अगले पांच साल के लिए उनका विजन क्या रहेगा. तो उनका जबाव था कि ''मैं राष्ट्रवादी विचारधारा वाले परिवार से आता हूं, मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि मुझे आगे बढ़ने में कोई कष्ट नहीं हुआ. मध्य प्रदेश को विकास के उच्च शिखर पर ले जाना ही मेरा लक्ष्य होगा.''
आरएसएस में बड़ी जिम्मेदारी निभा चुके हैं यादव: बता दें कि अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) से आने वाले मोहन यादव राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के करीबी हैं. राज्य के विधानसभा चुनाव में 230 सीटों में से 163 पर भाजपा ने जीत दर्ज की थी और नेता चुनने के लिए सोमवार को पार्टी कार्यालय में बैठक बुलाई गई जहाँ सर्वसम्मति से यादव को दल का नेता चुन लिया गया. यादव राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री भी रहे है और तीन बार उज्जैन दक्षिण से विधायक निर्वाचित हुए हैं. वे उज्जैन के माधव महाविद्यालय के अध्यक्ष भी रहे और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और आरएसएस में जिम्मेदारी निभाई.