शाहजहांपुर: होली का पर्व नजदीक है. ऐसे में अब प्रशासन एक्टिव मोड पर आ गया है. होली पर माहौल शांतिपूर्ण बने रहे है. जिसको लेकर पुलिस ने मस्जिदों को तिरपाल से ढक दिया है. सिटी मजिस्ट्रेट आशी सिंह का कहना है कि होली के दौरान मस्जिदों पर रंग या जूते फेंकने की घटनाएं हो जाती है. जिससे अक्सर विवाद की स्थिति बन जाती है. इसी से बचने के लिए अब मस्जिदों को ढकना शुरू कर दिया है, ताकि शांतिपूर्ण तरीके से होली मनाई जा सके. बता दें कि शाहजहांपुर में जूते मार होली खेली जाती है. जिसका उद्देश्य अंग्रेजों के प्रति अपना आक्रोश प्रकट करना है.
दरअसल, शाहजहांपुर में होली के पर्व के दौरान अंग्रेजों के शासन काल का विरोध जताने के लिए लाट साहब का जुलूस बेहद ही अनोखे ढंग से निकाला जाता है. यहां लाट साहब को भैंसा गाड़ी पर बैठा औक हेलमेट पहनाकर पूरे शहर में घुमाया जाता है. इसके बाद जूते चप्पलों से पिटाई की जाती है. रंग से सराबोर लोग चीखते चिल्लाते हुए लाट साहब का जुलूस निकालते हैं. यह लाट साहब का जुलूस बेहद संवेदनशील माना जाता है. इसी के चलते जिला प्रशासन ने सांप्रदायिक सौहार्द को कायम रखने के लिए जिले की 32 मस्जिदों को तिरपाल से ढक रखा है.
सिटी मजिस्ट्रेट आशी सिंह का कहना है कि शाहजहांपुर में होली के मुख्य दो जुलूस निकाले जाते हैं. जिसमें एक जुलूस छोटे लाट साहब का और दूसरा बड़े लाट साहब का निकाला जाता है. छोटे लाट साहब का जुलूस थाना रामचंद्र मिशन क्षेत्र में निकाला जाता है. जबकि बड़े लाट साहब का जुलूस दो थाने के अंतर्गत कोतवाली चौक थाना और कोतवाली सदर थाना के बीच 8 किलोमीटर तक निकाला जाता है. दोनों जुलूस को लेकर सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त की जा रही हैं. जिले में जल निगम और सीवर लाइन का काम चल रहा है. इस जुलूस को लेकर जुलूस मार्ग को ठीक किया जा रहा है.
सिटी मजिस्ट्रेट आशी सिंह ने कहा कि होली पर लाट साहब के जुलूस के दौरान कुछ शरारती तत्व मस्जिदों पर रंग फेंकने या कुछ और भी फेंकने की कोशिश कर सकते हैं. इसके चलते मस्जिदों को पॉली पैक से ढका गया है. इसके साथ ही लाट साहब के जुलूस की वीडियोग्राफी के साथ-साथ सीसी टीवी और ड्रोन कैमरे से निगरानी भी की जा रही है ताकि कोई होली के रंग में भंग न डाल सके.
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