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उत्तराखंड में एक्सपायर होने की कगार पर 70 हजार से ज्यादा बूस्टर डोज, क्या खत्म हो गया डर!

एक दौर ऐसा भी था, जब वैक्सीनेशन को लेकर मारामारी होती थी. रजिस्ट्रेशन कराने के बावजूद भी लोगों को बमुश्किल वैक्सीन मिल पा रहा था, लेकिन अब आलम ये है कि बूस्टर डोज लगवाने के लिए लोग ही नहीं मिल रहे हैं. यही वजह है कि आज उत्तराखंड में 70 हजार से ज्यादा बूस्टर डोज एक्सपायर होने की कगार पर हैं.

Covid Booster dose Uttarakhand
उत्तराखंड में बूस्टर डोज
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Published : Nov 17, 2022, 10:33 PM IST

देहरादूनः दुनियाभर में कोरोना वायरस ने जमकर कहर बरपाया. इससे बचाव को लेकर वैक्सीन का इजाद किया गया. शुरुआती दौर में वैक्सीन लगवाने के लिए काफी भीड़ उमड़ी. वैक्सीन लगवाने के लिए वैक्सीनेशन सेंटर पर लंबी-लंबी कतारें लगीं. सभी लोगों को बढ़चढ़ कोविड की पहली और दूसरी डोज लगवाई, लेकिन कोरोना वैक्सीन के तीसरे डोज (बूस्टर डोज) लगवाने के लिए लोगों में कोई रुचि दिखाई नहीं दे रही है.

दरअसल, बीते दो साल पहले तक लोग कोरोना वायरस (COVID 19) के खौफ में जी रहे थे. इसलिए अपनी ड्यू डेट से पहले ही लोगों ने कोविड वैक्सीन भी लगवाई, लेकिन अब आलम ये है कि उत्तराखंड में कोरोना के बूस्टर डोज के 70 हजार से ज्यादा खुराक एक्सपायर होने के कगार पर हैं. क्योंकि, प्रदेशभर में करीब 25 प्रतिशत लोगों ने भी बूस्टर डोज लगवाने में रुचि नहीं दिखाई है. अभी तक करीब 21 लाख 77 हजार लोगों ने ही बूस्टर डोज लगवाया है, वहीं अभी भी करीब 55 लाख से ज्यादा लोगों को बूस्टर डोज लगना बाकी है.

वर्तमान स्थिति ये है कि प्रदेश भर में रोजाना करीब 2000 के लोग ही बूस्टर डोज लगवा रहे हैं. इससे साफ जाहिर होता है कि कोविड वैक्सीनेशन (Covid Vaccination in Uttarakhand) को लेकर शुरुआत में जो क्रेज था, वो अब खत्म हो चुका है. फ्री में बूस्टर डोज लगने के बावजूद लोग खास दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं. जिसकी तस्दीक स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े दे रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग की मानें तो प्रदेश में कोवैक्सीन से लेकर कोविशील्ड और बूस्टर डोज पर्याप्त मात्रा में है, लेकिन लोग वैक्सीन लगवाने ही नहीं पहुंच रहे हैं.
ये भी पढ़ेंः कोविड संक्रमण के बाद सिर्फ इतने दिनों तक जोखिम ज्यादा, शोध में हुआ खुलासा

स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, उत्तराखंड में इस समय कोवैक्सीन (COVAXIN Vaccine) की करीब 27 हजार डोज, कोविशील्ड (Covishield Vaccine) की करीब 47 हजार डोज मौजूद हैं. इसके साथ ही कोरोना के बूस्टर की करीब 70 हजार डोज उपलब्ध हैं. इतना ही नहीं ये सभी वैक्सीन दिसंबर महीने में एक्सपायर होने वाली है. दरअसल, कोरोना वैक्सीन की लाइफ मात्र 6 महीने की ही होती है.

ऐसे में यह सभी वैक्सीन एक्सपायर (Covid Booster Dose Expire in Uttarakhand) होने के बाद खराब हो जाएंगे. डॉक्टरों की मानें तो लोगों का ध्यान कोविड से हट गया है, क्योंकि लोग बाकी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. ऐसे में लोगों का यह सोचना कि कोविड का खतरा टल गया है. जबकि, ऐसा बिल्कुल नहीं है.

उत्तराखंड में कोरोना वैक्सीन की स्थितिः

  • कोवैक्सीन के 27 हजार डोज उपलब्ध है.
  • कोविशील्ड के 47 हजार डोज उपलब्ध है.
  • प्रदेश में अभी 70 हजार बूस्टर डोज उपलब्ध है.
  • ये सभी कोरोना वैक्सीन दिसंबर महीने तक एक्सपायर हो जाएंगे.
  • कोरोना वैक्सीन 6 महीने में एक्सपायर हो जाता है.

उत्तराखंड में इतने लोग लगवा चुके है बूस्टर डोजः स्वास्थ्य विभाग (Uttarakhand Health Department) के आंकड़ों के मुताबिक, उत्तराखंड में अब तक 21 लाख 77 हजार लोग बूस्टर डोज लगवा चुके हैं, जबकि अभी भी करीब 55 लाख लोग बचे हुए हैं. आंकड़ों के अनुसार, अल्मोड़ा जिले में 95,635, बागेश्वर जिले में 64,022, चमोली जिले में 1,25,311, चंपावत जिले में 47,805, देहरादून जिले में 4,35,374 और हरिद्वार जिले में 3,62,011 लोग बूस्टर डोज लगवा सकते हैं.

वहीं, नैनीताल जिले में 2,08,069, पौड़ी जिले में 1,47,140, पिथौरागढ़ जिले में 75,933, रुद्रप्रयाग जिले में 60,851, टिहरी जिले में 1,44,046, उधमसिंह नगर जिले में 2,85,579 और उत्तरकाशी जिले में 1,25,101 लोगों ने बूस्टर लगवाया हैं.
ये भी पढ़ेंः कोरोना पॉजिटिव हो चुके लोगों के लिए घातक हो सकता है नशा

देहरादूनः दुनियाभर में कोरोना वायरस ने जमकर कहर बरपाया. इससे बचाव को लेकर वैक्सीन का इजाद किया गया. शुरुआती दौर में वैक्सीन लगवाने के लिए काफी भीड़ उमड़ी. वैक्सीन लगवाने के लिए वैक्सीनेशन सेंटर पर लंबी-लंबी कतारें लगीं. सभी लोगों को बढ़चढ़ कोविड की पहली और दूसरी डोज लगवाई, लेकिन कोरोना वैक्सीन के तीसरे डोज (बूस्टर डोज) लगवाने के लिए लोगों में कोई रुचि दिखाई नहीं दे रही है.

दरअसल, बीते दो साल पहले तक लोग कोरोना वायरस (COVID 19) के खौफ में जी रहे थे. इसलिए अपनी ड्यू डेट से पहले ही लोगों ने कोविड वैक्सीन भी लगवाई, लेकिन अब आलम ये है कि उत्तराखंड में कोरोना के बूस्टर डोज के 70 हजार से ज्यादा खुराक एक्सपायर होने के कगार पर हैं. क्योंकि, प्रदेशभर में करीब 25 प्रतिशत लोगों ने भी बूस्टर डोज लगवाने में रुचि नहीं दिखाई है. अभी तक करीब 21 लाख 77 हजार लोगों ने ही बूस्टर डोज लगवाया है, वहीं अभी भी करीब 55 लाख से ज्यादा लोगों को बूस्टर डोज लगना बाकी है.

वर्तमान स्थिति ये है कि प्रदेश भर में रोजाना करीब 2000 के लोग ही बूस्टर डोज लगवा रहे हैं. इससे साफ जाहिर होता है कि कोविड वैक्सीनेशन (Covid Vaccination in Uttarakhand) को लेकर शुरुआत में जो क्रेज था, वो अब खत्म हो चुका है. फ्री में बूस्टर डोज लगने के बावजूद लोग खास दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं. जिसकी तस्दीक स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े दे रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग की मानें तो प्रदेश में कोवैक्सीन से लेकर कोविशील्ड और बूस्टर डोज पर्याप्त मात्रा में है, लेकिन लोग वैक्सीन लगवाने ही नहीं पहुंच रहे हैं.
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स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, उत्तराखंड में इस समय कोवैक्सीन (COVAXIN Vaccine) की करीब 27 हजार डोज, कोविशील्ड (Covishield Vaccine) की करीब 47 हजार डोज मौजूद हैं. इसके साथ ही कोरोना के बूस्टर की करीब 70 हजार डोज उपलब्ध हैं. इतना ही नहीं ये सभी वैक्सीन दिसंबर महीने में एक्सपायर होने वाली है. दरअसल, कोरोना वैक्सीन की लाइफ मात्र 6 महीने की ही होती है.

ऐसे में यह सभी वैक्सीन एक्सपायर (Covid Booster Dose Expire in Uttarakhand) होने के बाद खराब हो जाएंगे. डॉक्टरों की मानें तो लोगों का ध्यान कोविड से हट गया है, क्योंकि लोग बाकी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. ऐसे में लोगों का यह सोचना कि कोविड का खतरा टल गया है. जबकि, ऐसा बिल्कुल नहीं है.

उत्तराखंड में कोरोना वैक्सीन की स्थितिः

  • कोवैक्सीन के 27 हजार डोज उपलब्ध है.
  • कोविशील्ड के 47 हजार डोज उपलब्ध है.
  • प्रदेश में अभी 70 हजार बूस्टर डोज उपलब्ध है.
  • ये सभी कोरोना वैक्सीन दिसंबर महीने तक एक्सपायर हो जाएंगे.
  • कोरोना वैक्सीन 6 महीने में एक्सपायर हो जाता है.

उत्तराखंड में इतने लोग लगवा चुके है बूस्टर डोजः स्वास्थ्य विभाग (Uttarakhand Health Department) के आंकड़ों के मुताबिक, उत्तराखंड में अब तक 21 लाख 77 हजार लोग बूस्टर डोज लगवा चुके हैं, जबकि अभी भी करीब 55 लाख लोग बचे हुए हैं. आंकड़ों के अनुसार, अल्मोड़ा जिले में 95,635, बागेश्वर जिले में 64,022, चमोली जिले में 1,25,311, चंपावत जिले में 47,805, देहरादून जिले में 4,35,374 और हरिद्वार जिले में 3,62,011 लोग बूस्टर डोज लगवा सकते हैं.

वहीं, नैनीताल जिले में 2,08,069, पौड़ी जिले में 1,47,140, पिथौरागढ़ जिले में 75,933, रुद्रप्रयाग जिले में 60,851, टिहरी जिले में 1,44,046, उधमसिंह नगर जिले में 2,85,579 और उत्तरकाशी जिले में 1,25,101 लोगों ने बूस्टर लगवाया हैं.
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