देहरादूनः उत्तराखंड में चारधाम यात्रा में रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. इसकी तस्दीक आंकड़े दे रहे हैं. अभी तक 15,59,548 श्रद्धालु चारधाम में मत्था टेक आशीर्वाद ले चुके हैं.
यमुनोत्री धाम में यात्रियों की संख्याः चारों धामों में सबसे पहले यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट खोले गए थे. यमुनोत्री धाम की बात करें तो अभी तक 2,82,897 श्रद्धालु मां यमुना के दर्शन कर चुके हैं. आज 10,004 श्रद्धालुओं ने यमुनोत्री धाम में मत्था टेका.
गंगोत्री धाम में यात्रियों की संख्याः गंगोत्री धाम के दर्शन करने वालों की संख्या में इजाफा हो रहा है. अभी तक 3,12,422 श्रद्धालु गंगोत्री धाम पहुंच चुके हैं. आज 11,813 श्रद्धालुओं ने मां गंगा के दर्शन किए.
केदारनाथ धाम में यात्रियों की संख्याः केदारनाथ धाम में आस्था का सैलाब देखने को मिल रहा है. अभी तक 5,37,065 श्रद्धालु केदारनाथ धाम पहुंच चुके हैं. आज केदारनाथ में 20,808 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किए.
बदरीनाथ धाम में यात्रियों की संख्याः भू बैकुंठ धाम से प्रसिद्ध बदरीनाथ में अभी तक 4,20,486 श्रद्धालु बदरी विशाल के दर पर पहुंच चुके हैं. आज 21,998 श्रद्धालुओं ने बदरीनाथ धाम में मत्था टेका. आज 64,623 श्रद्धालुओं ने चारधाम के दर्शन किए.
ये भी पढ़ेंः केदारनाथ धाम में मौसम ठीक होते ही बड़ी संख्या में पहुंच रहे श्रद्धालु, बोल बम के जयकारे से गूंज रहा धाम
हेमकुंड साहिब में यात्रियों की संख्याः सिखों के पवित्र तीर्थस्थल हेमकुंड साहिब के कपाट 22 मई को श्रद्धालुओं के लिए खोले गए थे. अभी तक 6,678 यात्री गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब में मत्था टेक चुके हैं. आज किसी भी श्रद्धालु ने हेमकुंड साहिब के दर्शन नहीं किए, क्योंकि, खराब मौसम की वजह से यात्रा रोक दी गई थी.
परंपरा के अनुसार रात में नहीं चलनी चाहिए यात्राः केदारनाथ यात्रा को सुगम एवं सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करने और केदारनाथ दर्शन करने आ रहे यात्रियों को बेहतर सुविधा मुहैया कराने के उद्देश्य से विधायक शैलारानी रावत की अध्यक्षता में बैठक हुई. बैठक में केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत ने कहा कि केदारनाथ यात्रा स्थानीय लोगों का भी रोजगार का जरिया है.
उन्होंने यात्रा को बेहतर ढंग से संचालित करने के लिए सभी व्यापारियों से जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन का सहयोग की अपेक्षा की. उन्होंने कहा कि स्थानीय परंपरा के अनुसार यात्रियों की सुरक्षा के दृष्टिगत केदारनाथ धाम की यात्रा रात में नहीं चलनी चाहिए.