भावनगर: गुजरात के भावनगर के कुम्भरवाड़ा में 100 से अधिक कछुओं के मृत पाए जाने की घटना सामने आई है. कछुओं की मौत के कारणों का पता नहीं चल सका है. वन विभाग की टीम इस पूरे मामले की जांच में जुटी है. लोगों का कहना है कि सीवर के पानी के चलते कछुओं की मौत हुई. फिलहाल मृत कछुओं को जांच के लिए ले जाया गया है.
जानकारी के अनुसार गुजरात के भावनगर के कुम्भरवाड़ा के पास आर्द्रभूमि है. इसके चलते इस इलाके में काफी संख्या में जलीय पक्षी और कछुए पाए जाते हैं. राज्य में पिछले कुछ दिनों के दौरान भारी बारिश हुई जिससे बाढ़ का पानी निचले इलाकों में भर गया. कहा जा रहा है कि कुम्भरवाड़ा के सखवाड़ी में सीवेज का पानी भी पहुंच गया. जिससे इलाके में 100 से अधिक कछुए मर गए. घटना के बाद कई तरह की अटकलों के बीच वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. प्रारंभिक जांच हो चुकी है.
वन विभाग द्वारा जांच: जल क्षेत्र में सुबह कछुए मृत हालत में पानी में तैरते मिले. आसपास के लोगों ने वन विभाग को सूचना दी. स्थानीय लोगों के मुताबिक लोग कछुओं को रोटी खिलाते हैं. कल भी कछुओं को रोटी दी गई जिसके बाद यह घटना घटी. फिलहाल वन विभाग की टीम जांच कर रही है.
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100 से अधिक कछुओं की मौत: शुरुआत में कहा गया कि घटनास्थल पर सीवर लाइन से पानी आ रहा था. सीवर वाले पानी से भरे इलाके में कछुए मृत पाए गए जबकि अन्य इलाकों में कछुए जीवित हैं. वन विभाग को आशंका है कि किसी ने गलती से या साजिश के तहत जहरीला खाना पानी में फेंक दिया. अधिकारी दिव्यराज सिंह सरवैया ने कहा कि प्रारंभिक अनुमान है कि 100 और कछुए मर गए होंगे. खतरवाड़ी के कछुओं की मौत के संबंध में वन विभाग के डॉक्टरों की एक टीम ने पैरों में विशेष जूते पहनकर और हाथों में दस्ताने पहनकर मरे हुए कछुओं को एकत्र किया गया. इसे जांच के लिए जूनागढ़ भेजा जाएगा.