नई दिल्ली : संसद के मानसून सत्र का आखिरी सप्ताह चल रहा है. हालांकि, पेगासस जासूसी कांड व अन्य मुद्दों पर विपक्ष की चर्चा की मांग व हंगामे के कारण सदन में गतिरोध बरकरार है. आज भी संसद में हंगामे के आसार हैं. सदन में सरकार को घेरने की रणनीति पर चर्चा के लिए विपक्षी दलों के नेताओं ने बैठक की. यह बैठक राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के कक्ष में हुई, जिसमें दोनों सदनों के विपक्षी नेता शामिल हुए.
बैठक के मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, सरकार कह रही है कि कृषि कानूनों में खामियां क्या हैं. खामियां तो हमने बता दिया. किसानों की जो स्थिति आजादी के पहले थी वो स्थिति फिर आ जाएगी. हम चाहते हैं कि वे तीन कृषि कानून वापस लें.
सूत्रों के मुताबिक, राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू मंगलवार को राज्यसभा में हंगामा करने वाले विपक्षी सांसदों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे. गृह मंत्री अमित शाह, सदन के नेता पीयूष गोयल और अन्य भाजपा सांसदों ने आज सुबह वेंकैया नायडू से मुलाकात की.
राज्यसभा में विपक्ष द्वारा हंगामा करने और कांग्रेस सांसद प्रताप सिंह बाजवा द्वारा राज्यसभा में मेज पर खड़े होकर रूल बुक फेंकने के मामले पर केंद्रीय मंत्री वी. मुरलीधरन ने कहा कि हम आज इस पर निर्णय लेंगे.
'संसद में ऐसा घिनौना तांडव कभी नहीं देखा'
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, संसद में जितना शर्मनाक और घिनौना तांडव हमने देखा है, ऐसा कभी नहीं देखा था. वे इस अराजकता और उद्दंडता पर शर्मिंदा होने की बजाय अहंकार दिखा रहे हैं. पहले कहते रहे कि किसानों के मुद्दे पर चर्चा करो. अब बोल रहे हैं चर्चा नहीं करेंगे, हंगामा करेंगे.
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने कहा, उच्च सदन में गिरावट लगातार जारी है. कांग्रेस वहां नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में है. सदन को नहीं चलने देना, मंत्री के हाथ से कागज छीनकर फाड़े गए. कल तो आसन्दी पर पुस्तकें फेंकी गईं. निंदा के लिए शब्द नहीं हैं.
आरजेडी सांसद मनोज झा ने कहा, किसान आंदोलन 9वें महीने में प्रवेश कर गया. कृषि मंत्री कौन सी गरिमा का निर्वहन कर रहे हैं? सदन में कल जो हुआ वो कतई उचित नहीं था, लेकिन जो किसानों के साथ हो रहा है वो कतई उचित नहीं है. आज बहुत से ऐसे मुद्दे उठाए जाएंगे जहां सरकार की खोखली सांकेतिकता पर सवाल उठेंगे.
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मंगलवार को विपक्ष के विरोध के बीच बिना चर्चा के लोकसभा में दो विधेयक- राष्ट्रीय होम्योपैथी आयोग (संशोधन) विधेयक, 2021 और राष्ट्रीय भारतीय चिकित्सा प्रणाली आयोग (संशोधन) विधेयक, 2021 पारित किए गए. दोनों विधेयक राज्यसभा में पहले ही पारित हो चुके हैं.
वहीं, पांच घंटे 55 मिनट तक चली लंबी बहस के बाद लोकसभा ने मंगलवार को संविधान (127वां संशोधन) विधेयक 2021 भी पारित कर दिया. ओबीसी विधेयक के रूप में जाना जाने वाला यह विधेयक दो-तिहाई बहुमत से पारित हुआ.