ग्लासगो : इटली और ब्रिटेन की अपनी पांच दिवसीय यात्रा को समाप्त करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को नई दिल्ली के लिए रवाना हुए. इस दौरान उन्होंने G20 शिखर सम्मेलन और COP26 बैठक में भाग लिया. भारत के लिए प्रस्थान से पहले पीएम मोदी ने भारतीय समुदाय के लोगों के साथ बातचीत की.
इस दौरान पीएम मोदी ने वहां मौजूद भारतीयों के साथ ढोल बजाया और उन्हें अलविदा कहा. इससे पहले पीएम ने ग्लासगो के होटल से प्रस्थान करते समय छोटे बच्चों से बातचीत की.
अपनी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री ने G20 और COP26 बैठकों में भाग लेने वाले अपने समकक्षों के साथ कई द्विपक्षीय बैठकें भी कीं. G20 शिखर सम्मेलन रोम में हुआ और COP26 ग्लासगो में आयोजित हुआ.
पीएम मोदी ने मंगलवार को एक ट्वीट में कहा, 'हमारे ग्रह के भविष्य के बारे में दो दिनों की गहन चर्चा के बाद ग्लासगो से प्रस्थान. भारत ने न केवल पेरिस प्रतिबद्धताओं को पार किया है, बल्कि अब अगले 50 वर्षों के लिए एक महत्वाकांक्षी एजेंडा भी निर्धारित किया है.'
रोम में COP26 शिखर सम्मेलन में, पीएम मोदी ने भारत का राष्ट्रीय वक्तव्य दिया और 2070 तक शुद्ध-शून्य उत्सर्जन प्राप्त करने के लक्ष्य सहित पांच अमृत तत्व की घोषणा की.
उन्होंने कहा कि भारत अपनी गैर-जीवाश्म ऊर्जा क्षमता को बढ़ाकर 500 गीगावॉट करेगा और 2030 तक अक्षय ऊर्जा के माध्यम से अपनी ऊर्जा आवश्यकताओं का 50 प्रतिशत पूरा करेगा.
पढ़ें - जीवाश्म ईंधन की होड़ ने भू-राजनीतिक तनाव पैदा किया : पीएम मोदी
जीवाशम ईंधन के इस्तेमाल से कई देश तो समृद्ध हुए लेकिन हमारी धरती, हमारा पर्यावरण निर्धन हो गए. जीवाशम ईंधन की होड़ ने भू-राजनीतिक तनाव भी पैदा किए लेकिन आज तकनीक ने हमें एक बेहतरीन विकल्प दिया है.