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सोनोवाल व मुरुगन ने राज्यसभा सदस्य के रूप में ली शपथ

राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने शुक्रवार को सर्बानंद सोनोवाल और एल मुरुगन को राज्यसभा सदस्य के रूप में शपथ दिलाई. हाल ही में हुए उपचुनाव में सोनोवाल असम से और मुरुगन मध्य प्रदेश से चुने गए हैं.

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Published : Oct 1, 2021, 8:34 PM IST

नई दिल्ली/गुवाहाटी : राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने शुक्रवार को सर्बानंद सोनोवाल और एल मुरुगन को राज्यसभा सदस्य के रूप में शपथ दिलाई. हाल ही में हुए उपचुनाव में सोनोवाल असम से और मुरुगन मध्य प्रदेश से चुने गए हैं. सर्बानंद सोनोवाल ने असमिया भाषा में तथा एल मुरुगन ने तमिल भाषा में शपथ ली.

सोनोवाल केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय एवं आयुष मंत्री हैं, वहीं मुरुगन केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण, मत्स्य, डेयरी एवं पशुपालन राज्य मंत्री हैं. राज्यसभा के दोनों सदस्यों के शपथ ग्रहण के दौरान अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और राज्यसभा के महासचिव पीपी के रामाचार्युलू तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थिति थे.

बता दें कि केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल को असम से एकमात्र उम्मीदवार थे और नाम वापस लेने के आखिरी दिन निर्वाचन अधिकारी ने उन्हें संसद के उच्च सदन के लिए निर्वाचित घोषित किया था. असम से राज्यसभा में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सीटों की संख्या बढ़कर तीन हो गई जबकि उसके सहयोगी असम गण परिषद के पास राज्यसभा की एक सीट है. असम में राज्यसभा की कुल सात सीटें हैं, जिनमें से दो सीटें कांग्रेस के पास हैं और एक सीट पर निर्दलीय सदस्य है.

ये भी पढ़ें - पुड्डुचेरी से पहली बार भाजपा को मिली राज्यसभा सीट, प्रधानमंत्री ने पार्टी के लिए बताया गर्व की बात

वहीं केंद्रीय राज्य मंत्री एल मुरुगन ने राज्य सभा उपचुनाव के लिए मध्य प्रदेश से भाजपा प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था. यहां पर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने 230 सीटों वाली मध्य प्रदेश विधानसभा में भाजपा के 125 विधायकों की संख्या को देखते हुए पहले ही अपना उम्मीदवार मैदान में नहीं उतारा था. मध्य प्रदेश की राज्य सभा की यह सीट थावरचंद गहलोत के इस्तीफे के कारण इस साल जुलाई में खाली हुई थी. गहलोत को जुलाई में कर्नाटक का राज्यपाल बनाया गया, जिसके कारण उन्होंने केन्द्रीय मंत्री के पद से भी इस्तीफा दिया था.

नई दिल्ली/गुवाहाटी : राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने शुक्रवार को सर्बानंद सोनोवाल और एल मुरुगन को राज्यसभा सदस्य के रूप में शपथ दिलाई. हाल ही में हुए उपचुनाव में सोनोवाल असम से और मुरुगन मध्य प्रदेश से चुने गए हैं. सर्बानंद सोनोवाल ने असमिया भाषा में तथा एल मुरुगन ने तमिल भाषा में शपथ ली.

सोनोवाल केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय एवं आयुष मंत्री हैं, वहीं मुरुगन केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण, मत्स्य, डेयरी एवं पशुपालन राज्य मंत्री हैं. राज्यसभा के दोनों सदस्यों के शपथ ग्रहण के दौरान अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और राज्यसभा के महासचिव पीपी के रामाचार्युलू तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थिति थे.

बता दें कि केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल को असम से एकमात्र उम्मीदवार थे और नाम वापस लेने के आखिरी दिन निर्वाचन अधिकारी ने उन्हें संसद के उच्च सदन के लिए निर्वाचित घोषित किया था. असम से राज्यसभा में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सीटों की संख्या बढ़कर तीन हो गई जबकि उसके सहयोगी असम गण परिषद के पास राज्यसभा की एक सीट है. असम में राज्यसभा की कुल सात सीटें हैं, जिनमें से दो सीटें कांग्रेस के पास हैं और एक सीट पर निर्दलीय सदस्य है.

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वहीं केंद्रीय राज्य मंत्री एल मुरुगन ने राज्य सभा उपचुनाव के लिए मध्य प्रदेश से भाजपा प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था. यहां पर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने 230 सीटों वाली मध्य प्रदेश विधानसभा में भाजपा के 125 विधायकों की संख्या को देखते हुए पहले ही अपना उम्मीदवार मैदान में नहीं उतारा था. मध्य प्रदेश की राज्य सभा की यह सीट थावरचंद गहलोत के इस्तीफे के कारण इस साल जुलाई में खाली हुई थी. गहलोत को जुलाई में कर्नाटक का राज्यपाल बनाया गया, जिसके कारण उन्होंने केन्द्रीय मंत्री के पद से भी इस्तीफा दिया था.

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