नई दिल्ली : फ्रांस के यूरोप और विदेश मामलों के मंत्री जीन यवेस ले ड्रियन 13 अप्रैल से 15 अप्रैल तक भारत दौरे पर रहेंगे.
विदेश मंत्रालय के अनुसार नई दिल्ली में अपने प्रवास के दौरान ले ड्रियन 13 अप्रैल को विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर के साथ आपसी हित के द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे.
उनके पर्यावरण, वन और जलवायु मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से भी मिलने की उम्मीद है. इस दौरान जलवायु परिवर्तन मुद्दे पर पैनल चर्चा होगी. फ्रांस के मंत्री रायसीना वार्ता में भी भाग लेंगे.
भारत और फ्रांस के बीच 1998 से रणनीतिक साझेदारी चल रही है इसके तहत नियमित उच्च-स्तरीय आदान-प्रदान और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा दिया जा रहा है.
कोरोना महामारी के बाद ले ड्रियन की यह यात्रा व्यापार, रक्षा, जलवायु, प्रवासन और शिक्षा-स्वास्थ्य क्षेत्रों में साझेदारी को और मजबूत बनाने का मार्ग प्रशस्त करेगी.
भारत में विदेशी प्रतिनिधियों द्वारा हाल ही में की गई यात्राओं से पता चलता है कि एक वैश्विक पुन: निर्माण चल रहा है जिसके केंद्र में भारत है. विशेष रूप से भारत इस क्षेत्र में प्रमुख शक्ति के लिए सबसे अधिक मांग वाले साझेदारों में से एक है.
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पश्चिम के देश भारत को चीन के खिलाफ एक गोलबंदी के रूप में देखते हैं. अमेरिका, रूस, बहरीन और अब फ्रांस के शीर्ष अधिकारियों का नई दिल्ली आना ये दर्शाता है कि भारत की मजबूत कूटनीति में बड़ा बदलाव आया है.