नई दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि दिल्ली के चिकित्सा बुनियादी ढांचे में बढ़ोतरी करने के उद्देश्य से यहां एक कोविड-19 केयर सेंटर में 500 आइसोलेशन बेड को ऑक्सीजन बेड में परिवर्तित किया जाएगा, जबकि राजधानी में पिछले तीन दिनों में आईसीयू बिस्तरों की संख्या में 150 की बढ़ोतरी हुई है.
गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि कोविड-19 देखभाल सुविधाएं बढ़ाने के प्रयासों के तहत अर्धसैनिक बलों के 75 डॉक्टरों और 251 पैरामेडिकल कर्मी दिल्ली में ड्यूटी पर भेजे गए हैं. इसमें से 50 डॉक्टरों और 175 पैरामेडिकल कर्मियों के छतरपुर और शकूर बस्ती कोविड-19 देखभाल केंद्रों में तैनात किया गया है.
बीएसएफ के एक अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बल के 23 डॉक्टर और 40 नर्सिंग कर्मचारी डीआरडीओ के सरदार वल्लभाई पटेल कोविड अस्पताल में तैनात हुए हैं और चौबीस घंटे अपनी सेवा दे रहे हैं.
मंत्रालय ने कहा कि गृहमंत्री के निर्देशों के बाद दिल्ली में पिछले 3 दिनों में लगभग 150 आईसीयू बेड जोड़े गए हैं और 3,652 आईसीयू बेड की वर्तमान क्षमता को और बढ़ा दिया जाएगा.
इसके अलावा सरकार ने नवंबर के अंत तक दिल्ली में प्रतिदिन होने वाली आरटी-पीसीआर जांच की संख्या बढ़ाकर 60,000 करने का भी फैसला किया है.
इस बीच 10 बहु-विषयक टीमें जिनका गठन केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा बिस्तर के उपयोग और परीक्षण क्षमता का आकलन करने और अतिरिक्त आईसीयू बेड की पहचान करने के लिए किया गया था. उन्होंने दिल्ली में सौ से अधिक निजी अस्पतालों का दौरा किया और अपनी रिपोर्ट पेश की है, जो डीजीएचएस के विचाराधीन हैं.
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दिल्ली के सीमावर्ती राज्यों में और आसपास के बढ़ते मामलों के बीच, MHA ने हरियाणा और उत्तर प्रदेश सरकारों को दिल्ली की तर्ज पर अपने NCR जिलों में निजी अस्पतालों का सर्वेक्षण करने की सलाह दी है.
यह घटनाक्रम रविवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में एक उच्च-स्तरीय बैठक के दौरान लिए गए फैसलों के मद्देनजर आया है.