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आरक्षण मांग: मराठा संगठनों के सदस्य सोलापुर में जमा हुए - मराठा आरक्षण की मांग

मराठा आरक्षण की मांग को लेकर विभिन्न मराठा संगठनों के एक हजार से ज्यादा सदस्यों ने सोलापुर शहर में प्रदर्शन के लिए एकत्रित हुए. पढ़ें पूरी खबर...

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Published : Jul 4, 2021, 5:22 PM IST

पुणे : सरकारी नौकरियों और शिक्षा में मराठा समुदाय के लोगों के लिए आरक्षण की मांग को लेकर प्रदर्शन के लिए विभिन्न मराठा संगठनों के एक हजार से ज्यादा सदस्य पुलिस से अनुमति नहीं मिलने के बावजूद सोलापुर शहर में रविवार को एकत्रित हुए.

सोलापुर पुलिस ने विधान परिषद के पूर्व सदस्य नरेंद्र पाटिल के नेतृत्व में 'मराठा आक्रोश मोर्चा' को विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया.

पुलिस ने मराठा समर्थक संगठनों के सदस्यों को शहर में छत्रपति संभाजी महाराज की प्रतिमा के पास धरना स्थल तक पहुंचने से रोकने के लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया था और सोलापुर की ओर जाने वाले कई प्रमुख मार्गों को बंद कर दिया था. इसके बावजूद कई प्रदर्शनकारी धरना स्थल तक पहुंचने में सफल रहे.

इस साल मई में उच्चतम न्यायालय ने शिक्षा और सरकारी नौकरियों में मराठा समुदाय के लोगों को आरक्षण देने वाले महाराष्ट्र के कानून को रद्द कर दिया.

पाटिल ने धरना स्थल पर पत्रकारों से कहा कि अगर पुलिस उन्हे प्रदर्शन की अनुमति नहीं देती है और अवरोधक लगाती है, तो भी मराठा संगठनों के सदस्य बड़ी संख्या में प्रदर्शन में हिस्सा लेंगे.

उन्होंने कहा, विरोध प्रदर्शन से पहले मैंने जिले की सभी तहसीलों का दौरा किया था और मराठा समुदाय और विभिन्न संगठनों के सदस्यों से मुलाकात की थी. उन्होंने मुझे मोर्चा निकालने के लिए कहा , अगर पुलिस ने मराठा सगठनों के सदस्यों को रोकने की कोशिश की तो उसका जवाब दिया जाएगा.

पढ़ें :- मानसून सत्र में मराठा आरक्षण, देशमुख की जांच को लेकर सरकार को घेरेगा विपक्ष

पाटिल ने कहा कि उन्हें पहले उम्मीद थी कि सोलापुर पुलिस उन्हें मोर्चा निकालने की अनुमति देगी ,लेकिन उन्होंने जिस तरह से सुरक्षा व्यवस्था की है, उससे ऐसा लगता है कि प्रदर्शन के दौरान पुलिस के साथ कुछ टकराव हो सकता है.

सोलापुर शहर के पुलिस आयुक्त अंकुश शिंदे ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के कारण कारण विरोध प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी गई है.

शिंदे ने कहा, बड़ी संख्या में सदस्यों (मराठा संगठनों) के सोलापुर आने का अनुमान लगाते हुए हमने शहर में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया है. हम प्रदर्शन को रोकने और उचित कार्रवाई करने की कोशिश करेंगे.

उन्होंने कहा कि सुबह 11 बजे तक 1,000 से 1,500 लोग विरोध प्रदर्शन के लिए जमा हो गए थे. सोलापुर से भाजपा सांसद जयसिद्धेश्वर शिवाचार्य महास्वामी, स्थानीय पार्टी विधायक राम सतपुते और पार्टी के कुछ नेता भी धरना स्थल पर पहुंचे.

(पीटीआई-भाषा)

पुणे : सरकारी नौकरियों और शिक्षा में मराठा समुदाय के लोगों के लिए आरक्षण की मांग को लेकर प्रदर्शन के लिए विभिन्न मराठा संगठनों के एक हजार से ज्यादा सदस्य पुलिस से अनुमति नहीं मिलने के बावजूद सोलापुर शहर में रविवार को एकत्रित हुए.

सोलापुर पुलिस ने विधान परिषद के पूर्व सदस्य नरेंद्र पाटिल के नेतृत्व में 'मराठा आक्रोश मोर्चा' को विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया.

पुलिस ने मराठा समर्थक संगठनों के सदस्यों को शहर में छत्रपति संभाजी महाराज की प्रतिमा के पास धरना स्थल तक पहुंचने से रोकने के लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया था और सोलापुर की ओर जाने वाले कई प्रमुख मार्गों को बंद कर दिया था. इसके बावजूद कई प्रदर्शनकारी धरना स्थल तक पहुंचने में सफल रहे.

इस साल मई में उच्चतम न्यायालय ने शिक्षा और सरकारी नौकरियों में मराठा समुदाय के लोगों को आरक्षण देने वाले महाराष्ट्र के कानून को रद्द कर दिया.

पाटिल ने धरना स्थल पर पत्रकारों से कहा कि अगर पुलिस उन्हे प्रदर्शन की अनुमति नहीं देती है और अवरोधक लगाती है, तो भी मराठा संगठनों के सदस्य बड़ी संख्या में प्रदर्शन में हिस्सा लेंगे.

उन्होंने कहा, विरोध प्रदर्शन से पहले मैंने जिले की सभी तहसीलों का दौरा किया था और मराठा समुदाय और विभिन्न संगठनों के सदस्यों से मुलाकात की थी. उन्होंने मुझे मोर्चा निकालने के लिए कहा , अगर पुलिस ने मराठा सगठनों के सदस्यों को रोकने की कोशिश की तो उसका जवाब दिया जाएगा.

पढ़ें :- मानसून सत्र में मराठा आरक्षण, देशमुख की जांच को लेकर सरकार को घेरेगा विपक्ष

पाटिल ने कहा कि उन्हें पहले उम्मीद थी कि सोलापुर पुलिस उन्हें मोर्चा निकालने की अनुमति देगी ,लेकिन उन्होंने जिस तरह से सुरक्षा व्यवस्था की है, उससे ऐसा लगता है कि प्रदर्शन के दौरान पुलिस के साथ कुछ टकराव हो सकता है.

सोलापुर शहर के पुलिस आयुक्त अंकुश शिंदे ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के कारण कारण विरोध प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी गई है.

शिंदे ने कहा, बड़ी संख्या में सदस्यों (मराठा संगठनों) के सोलापुर आने का अनुमान लगाते हुए हमने शहर में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया है. हम प्रदर्शन को रोकने और उचित कार्रवाई करने की कोशिश करेंगे.

उन्होंने कहा कि सुबह 11 बजे तक 1,000 से 1,500 लोग विरोध प्रदर्शन के लिए जमा हो गए थे. सोलापुर से भाजपा सांसद जयसिद्धेश्वर शिवाचार्य महास्वामी, स्थानीय पार्टी विधायक राम सतपुते और पार्टी के कुछ नेता भी धरना स्थल पर पहुंचे.

(पीटीआई-भाषा)

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