कोच्चि/त्रिवेंद्रम : इजराइल में धार्मिक यात्रा पर गए केरल के 26 सदस्यीय सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में से छह सदस्य लापता हैं. इससे पहले उन्नत कृषि पद्धतियों का अध्ययन करने के लिए केरल सरकार के द्वारा इजराइल भेजे गए 27 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में से एक सदस्य कन्नूर के बीजू कुरैन के गायब हो जाने के बारे में जानकारी आई थी. वहीं छह सदस्यों के गायब होने के बारे में मलंकारा कैथोलिक चर्च के फादर जॉर्ज जोशुआ ने डीजीपी से शिकायत की है. घटना की जांच के लिए विशेष टीम का गठन किया गया है. दूसरी तरफ पहले से लापता बीजू कुरैन के बारे में सरकार ने कहा है कि उसका वीजा रद्द किया जाएगा.
बता दें कि फादर जॉर्ज जोशुआ के नेतृत्व में 8 फरवरी को 26 लोगों का प्रतिनिधिमंडल इजराइल गया था. इस प्रतिनिधिमंडल ने मिस्र, जॉर्डन और इजराइल आदि देशों का दौरा किया था. यह ग्रुप भी 11 फरवरी को इजराइल पहुंचा था. इसी दौरान जहां पर ग्रुप के लोग ठहरे हुए थे वहां से छह सदस्य गायब हो गए थे. इनमें तीन लोग 14 फरवरी को तथा तीन अन्य लोग 15 फरवरी को होटल से चले गए.
गायब होने वालों में 69 वर्षीय महिला शाइन राजू, राजू थॉमस, मर्सी बेबी, एनी गोमेज़ सेबेस्टियन, लुसी राजू और कमलमआदि शामिल हैं. मामले में इज़राइली इमिग्रेशन पुलिस और इज़राइली स्थानीय पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई थी. बताया गया है कि इनमें से छह लोग यात्रा के लिए दिए गए पासपोर्ट को भी वापस लिए बिना कहीं चले गए. हालांकि प्रतिनिधिमंडल यात्रा पूरी करने के बाद 19 फरवरी को वापस लौट आया था.
बीजू कुरैन का वीजा होगा रद्द - दूसरी तरफ उन्नत कृषि पद्धतियों का अध्ययन करने के लिए केरल सरकार के द्वारा इजराइल भेजे गए 27 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में गायब हुए कन्नूर निवासी बीजू कुरैन का अभी तक पता नहीं चला है. इस बीच कृषि मंत्री पी प्रसाद ने कहा है कि कुरैन का वीजा रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. उन्होंने कहा कि किसान के परिवार ने अभी तक शिकायत दर्ज नहीं कराई है. बता दें कि कुरैन इजराइल गए 27 प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों में शामिल थे. वे 12 फरवरी को इजराइल गए थे लेकिन वह शुक्रवार को हर्जलिया होटल से लापता हो गए थे.
इस पर प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. इस पर इजराइल पुलिस ने कुरैन की तलाश शुरू कर दी थी. वहीं बीजू कुरैन ने अपनी पत्नी को एक वॉइस नोट भेजकर कहा है कि वह सुरक्षित है और उसे खोजने की कोई जरूरत नहीं है. उसने कहा है कि उसकी भारत लौटने में कोई दिलचस्पी नहीं है. कुरैन ने गायब होने का कारण नहीं बताया है. कुरैन का परिवार भी उसके गायब होने के बारे में नहीं जानता है. प्रतिनिधिमंडल बीजू कुरैन के बिना 20 फरवरी को कोच्चि पहुंचा. इस दौरान प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने बताया कि जब वो लोग रात में खाना खाने गए थे तभी बीजू लापता हो गए. इसके बाद से ही का फोन बंद बता रहा है. हालांकि इजराइल की पुलिस उसकी तलाश में जुटी है. बताया जाता है कि कुरैन खाना खाने के लिए होटल जाने वाली बस का इंतजार कर रहा था, लेकिन वह गाड़ी में नहीं चढ़ा.
बता दें कि केरल के कृषि विभाग के द्वारा 50 साल से कम उम्र के किसानों के आवेदन स्वीकार किए गए थे जिनके पास दस साल से अधिक समय का कृषि का अनुभव था. इसके अलवा उनके पास एक एकड़ से अधिक की कृषि भूमि भी है. इसके बाद दिए गए आवेदनों में से अधिकारियों ने 20 किसानों का इजराइल भेजने के लिए चयन किया था.
लापता होने की वजह अधिक वेतन - बीजू कुरैन के इजराइल से लापता के बारे में उसके दोस्तों से अधिकारियों को यह संकेत मिले हैं कि गायब होने की वजह अधिक वेतन मिलने की ख्वाहिश भी है. इस बारे में प्रतिनिधिमंडल के एक सदस्य सुजीत ने दावा किया कि अगर वह इजराइल में मजदूर के रूप में काम करता है तो उसे एक दिन के 15 हजार रुपये मिलेंगे और यह कृषि कार्य की तुलना में अधिक लाभदायक है. इतना ही नहीं कुरैन ने अपने कुछ दोस्तों से यह भी कहा कि अगर पकड़ा गया तो इजराइली अधिकारी डिपोर्ट कर देंगे और ज्यादा कानूनी प्रक्रियाएं नहीं होंगी.
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