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देश में पहली बार ड्रोन से घरों तक पहुंचाई जाएंगी दवाइयां

देश में ड्रोन द्वारा दवा की आपूर्ति का पहला परीक्षण आधिकारिक तौर पर 21 जून को चिक्कबल्लापुरा जिले के गौरीबिदनूर तालुक में शुरू होगा. इससे पहले अधिकारी ट्रायल के लिए दो ड्रोन तैयार कर रहे हैं.

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Published : Jun 19, 2021, 9:24 PM IST

चिक्कबल्लापुरा : ड्रोन दवा ले जाने का यह देश का पहला परीक्षण है और 30 से 45 दिनों तक इसका परीक्षण किया जाएगा. इस पहल का नेतृत्व पहले से ही बेंगलुरु में टीएएस संगठन द्वारा किया जा रहा है और नारायण हेल्थकेयर 21 जून को टीएएस के साथ साझेदारी कर रहा है.

टीएएस के अलावा हनीवेल एयरोस्पेस जैसी कंपनियां भी हैं, जो इसमें विशेषज्ञता रखती हैं. दवाओं के हवाई परिवहन के लिए मेडकैप्टर और टीएएस के रैंडिंट जैसे पेशेवर ड्रोन अनुप्रयोगों का उपयोग किया जाता है. छोटी क्षमता वाला मेडकैप्टर 1 किलो वजन 15 किमी की दूरी तक ले जा सकता है. Randint 12km की दूरी के लिए 2kg ले जा सकता है.

ड्रोन से घरों तक पहुंचाई जाएंगी दवाइयां

यह भी पढ़ें-कर्नाटक : मानसून ने दी दस्तक, सीएम ने की हालात की समीक्षा

इन दोनों ड्रोन का परीक्षण 30-45 दिनों तक किया जाता है. तकनीकी मुद्दों के कारण ड्रोन उड़ान को पहले रोक दिया गया था और अधिकारी इस महीने की 21 तारीख तक आधिकारिक तौर पर परीक्षण शुरू करेंगे. टीएएस के निदेशक गिरीश रेड्डी ने कहा कि सभी समस्याओं और चुनौतियों का परीक्षण किया जाएगा और इसे दूर करने के उपाय किए जाएंगे.

चिक्कबल्लापुरा : ड्रोन दवा ले जाने का यह देश का पहला परीक्षण है और 30 से 45 दिनों तक इसका परीक्षण किया जाएगा. इस पहल का नेतृत्व पहले से ही बेंगलुरु में टीएएस संगठन द्वारा किया जा रहा है और नारायण हेल्थकेयर 21 जून को टीएएस के साथ साझेदारी कर रहा है.

टीएएस के अलावा हनीवेल एयरोस्पेस जैसी कंपनियां भी हैं, जो इसमें विशेषज्ञता रखती हैं. दवाओं के हवाई परिवहन के लिए मेडकैप्टर और टीएएस के रैंडिंट जैसे पेशेवर ड्रोन अनुप्रयोगों का उपयोग किया जाता है. छोटी क्षमता वाला मेडकैप्टर 1 किलो वजन 15 किमी की दूरी तक ले जा सकता है. Randint 12km की दूरी के लिए 2kg ले जा सकता है.

ड्रोन से घरों तक पहुंचाई जाएंगी दवाइयां

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इन दोनों ड्रोन का परीक्षण 30-45 दिनों तक किया जाता है. तकनीकी मुद्दों के कारण ड्रोन उड़ान को पहले रोक दिया गया था और अधिकारी इस महीने की 21 तारीख तक आधिकारिक तौर पर परीक्षण शुरू करेंगे. टीएएस के निदेशक गिरीश रेड्डी ने कहा कि सभी समस्याओं और चुनौतियों का परीक्षण किया जाएगा और इसे दूर करने के उपाय किए जाएंगे.

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