नई दिल्ली : कृषि कानून को लेकर पंजाब में किसानों का प्रदर्शन लगातार जारी है. जिसे देखते हुए केंद्र सरकार ने पंजाब में जाने वाली माल गाड़ियों को रोक दिया है. इसके साथ-साथ केंद्र ने पंजाब सरकार को मिलने वाला रूरल डेवलपमेंट फंड पर भी रोक लगा दी है. जिसके बाद से पंजाब में संवेदनशील परिस्थितियां बन गई हैं.
कैप्टन ने मांगा राष्ट्रपति से मुलाकात का समय
इन्हीं सब मुद्दों को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से बुधवार को मुलाकात के लिए समय मांगा है. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेसी सांसदों को आग्रह किया था कि वह रेल मंत्री और वित्त मंत्री से मुलाकात करें और पंजाब में बनी परिस्थितियों को केंद्र सरकार तक पहुंचाएं. 5 दिन बीत जाने के बाद भी वित्त और रेल मंत्री की तरफ से पंजाब के सांसदों को बैठक के लिए समय नहीं दिया गया जिसके बाद सोमवार को पंजाब के सांसदों ने अमृतसर से सांसद गुरजीत सिंह औजला के घर पर एक बैठक की.
मालगाड़ी बंद होने से प्रभावित हो रहे उद्योग धंधे
लगभग 2 घंटे तक चली इस बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए आनंदपुर साहिब के सांसद मनीष तिवारी ने बताया कि कांग्रेसी सांसदों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के लिए आग्रह किया है, ताकि पंजाब की परिस्थिति और पेश आने वाली मुश्किलों के बारे में उनको अवगत कराया जा सके. मनीष तिवारी ने बताया कि पंजाब में रेलगाड़ियां ना चलने के कारण व्यापार, कोयला और अन्य उद्योग प्रभावित हो रहे हैं.
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पराली पर भी दिया बयान
पंजाब में जलाई जाने वाली पराली के कारण दिल्ली में होते प्रदूषण पर मनीष तिवारी ने कहा कि अगर पंजाब के कारण दिल्ली में प्रदूषण होता है, तो चंडीगढ़ पर इसका असर क्यों नहीं होता. उन्होंने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण के और भी कारण हैं और दिल्ली सरकार को इसकी तरफ ध्यान देना चाहिए. कांग्रेसी सांसदों की बैठक में मनीष तिवारी के इलावा गुरजीत सिंह औजला, अमर सिंह, मोहम्मद सदीक, जसबीर सिंह गिल, संतोष सिंह चौधरी, रवनीत सिंह बिट्टू शामिल हुए.