मंदसौर। उसे एक युवक से प्रेम हुआ, प्रेम धीरे धीरे परवान चढ़ा और अपनी परिणिति तक पहुंच गया. दोनों विवाह करने के लिए तैयार थे. आड़े आ रही थी मजहब की दीवार, लेकिन प्यार की ताकत के आगे सब बेकार, दोनों ने साथ जीने मरने का फैसला किया शादी के लिए तैयार हो गए. युवती मुस्लिम और युवक धर्म से हिंदु था, लेकिन उन्हें जोड़ने वाला मिलाने वाला प्रेम, धर्म जात और मजहब कहां मानता है. युवती ने सनातन धर्म अपनाकर युवक से शादी करने का फैसला किया. नाजनीन, नैंसी बन गई और दीपक के साथ विवाह बंधन में बंध गई. खास बात यह है कि बीते कुछ दिनों में मंदसौर में सामने आया यह तीसरा मामला है. जब शादी करने के लिए धर्म परिवर्तन किया गया है.
परिजन नहीं थे तैयार: गुना निवासी नाजनीन बानो की सोशल मीडिया के जरिए गुना जिले के कुंभराज निवासी दीपक गोस्वामी से मुलाकात हुई थी. इसके बाद दोनों में फोन पर ही दोस्ती हुई. यह दोस्ती आगे प्यार में बदल गई. दोनों शादी के लिए तैयार हो गए. इस बीच धर्म अलग-अलग होने की वजह से परिजन रिश्ते के लिए तैयार नहीं थे. गुरुवार की शाम दोनों मंदसौर पहुंचे यहां गायत्री मंदिर में युवती ने धर्म परिवर्तन कर लिया.
रीति रिवाज से धर्म परिवर्तन: धर्मगुरु मणि मोहन चैतन्य की मौजूदगी में नाजनीन का वैदिक रीति रिवाज से धर्म परिवर्तन करवाया गया. धर्मगुरु की मौजूदगी में ही दोनों की शादी हुई. इसके बाद धर्मगुरु ने ही नाजनीन को नया नैंसी गोस्वामी दिया. दोनों ने गायत्री मंदिर में 7 फेरे भी ले लिए. प्रेम प्रसंग के चलते मंदसौर में धर्म परिवर्तन का 6 महीने के भीतर ही यह तीसरा मामला है. हालांकि इसके पहले यहां 2 और मामले धर्म परिवर्तन के हो चुके हैं.
पुलिस से सुरक्षा की गुहार: धर्म परिवर्तन के इस मामले में पहले से धर्म परिवर्तन कर चुके चैतन्य सिंह राजपूत ने इन दोनों का धर्म परिवर्तन करवाया है. इसके पहले उन्होंने कानूनी कार्रवाई भी पूरी की. शादी के बाद युवती नैंसी ने अपने सुरक्षा की गुहार लगाई है. उसने कहा कि धर्म परिवर्तन होने से मुस्लिम समुदाय के लोगों से उसको खतरा है. उसे अपने गांव कुंभराज जाने का डर भी सता रहा है. लिहाजा उसने मध्य प्रदेश पुलिस से अपनी सुरक्षा की गुहार लगाई है.