मंडी: हिमाचल के मंडी जिले में तिब्बती मॉनेस्ट्री से पुलिस ने चीनी मूल की एक महिला को गिरफ्तार किया है. हालांकि यह गिरफ्तारी बीती 22 अक्टूबर की रात को हुई है लेकिन पुलिस ने इस पूरे मामले को पूरी तरह से गोपनीय रखा. (Mandi Police arrested Chinese woman ) (Tibetan Monastery in Mandi District)
पुलिस को सूचना मिली की जोगिंद्रनगर उपमंडल के तहत चौंतड़ा में एक मॉनिस्ट्रिी में बीते 15 दिनों से एक महिला रह रही है जोकि खुद को नेपाली मूल का बता रही है, जबकि महिला नेपाल की रहने वाली नहीं लग रही. यह महिला यहां पर बौद्ध धर्म की शिक्षा ग्रहण करने आई हुई है. इसी आधार पर पुलिस की टीम ने मौके पर जाकर मामले की जांच पड़ताल की. महिला से पूछताछ की गई और उसके कमरे की तलाशी भी ली गई. कमरे से कुछ संदिग्ध दस्तावेज मिले.
इन दस्तावेजों में महिला के कुछ दस्तावेज चीन के और कुछ नेपाल के हैं. दोनों दस्तावेजों में महिला की उम्र भी अलग-अलग लिखी गई है. वहीं, महिला के पास से 6 लाख 40 हजार की भारतीय और 1 लाख 10 हजार की नेपाली करेंसी भी बरामद हुई है. पुलिस ने इन्हीं संदिग्ध बातों को ध्यान में रखते हुए उक्त महिला को गिरफ्तार कर लिया है. महिला के पास दो मोबाइल फोन भी थे, जिन्हें जांच के लिए आगे भेज दिया गया है. 23 अक्टूबर को महिला को जोगिंद्रनगर की अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे 27 अक्टूबर तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है. (Chinese woman in Himachal)
वहीं, इस मामले में एएसपी मंडी सागर चंद्र ने कहा कि पुलिस ने एक चीनी महिला को गिरफ्तार किया है. उन्होंने कहा कि महिला से पूछताछ के दोरान पता चला है कि वह कोरोना के दौरान यहां आई थी और उसे का वीजा का समय खत्म हो गया था, जिसके बाद वह नेपाल चली गई थी. नेपाल में महिला ने फर्जी दस्तावेज बनवाकर एक बार फिर से मंडी जिले में आई थी. उन्होंने कहा कि फिलहाल आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है.
एसपी मंडी शालिनी अग्निहोत्री ने मामले की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि महिला यहां किस मकसद से रह रही थी, इस बात को लेकर जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है. केंद्र सरकार को भी इसकी सारी जानकारी दे दी गई है और उसके बाद केंद्र से आने वाली टीम के समक्ष आगामी पूछताछ की जाएगी.