भुवनेश्वर: ओडिशा पुलिस ने वैलेंटाइन डे के दिन ऐसे ठग को गिरफ्तार किया, जिसने नाम और पहचान बदलकर देश के सात राज्यों में न जाने कई शादियां कीं. पुलिस की जांच से पहले 14 शादियों के बारे में पता चला था. लेकिन अब पूछताछ के बाद यह संख्या बढ़कर 23 हो गई है. आरोप है कि शख्स ने अपनी कई पत्नियों से बच्चे भी पैदा किए. इस ठग ने महिलाओं को कभी डॉक्टर तो कभी सरकारी अधिकारी बनकर फंसाया. वह अक्सर मैट्रिमोनियल साइट पर उन महिलाओं को टारगेट करता था, जिनकी काफी उम्र तक शादी नहीं हुई हो. इसके अलावा उसके शिकार में विधवा और तलाकशुदा महिलाएं भी शामिल हैं. शादी के बाद वह महिलाओं की जूलरी और पैसे लेकर चंपत हो जाता था.
पुलिस के अनुसार, आरोपी ठग ने मैट्रिमोनियल साइट के जरिये इफ्को की चीफ मेडिकल ऑफिसर, सुप्रीम कोर्ट की महिला वकीलों, नेशनल इंश्योरेंस कंपनी के सदस्यों, हाउस वाइफ और आईटीबीपी की सहायक कमांडेट को भी अपना निशाना बनाया था. इस फर्जीवाड़े के लिए उसने फर्जी आधार कार्ड बनवाए और अपने नाम कई बार बदले. अभी तक पुलिस को उसके इन नामों का पता चला है, बिधू प्रसाद स्वैन, रमानी रंजन, विजयश्री रमेश कुमार और रमेश कुमार स्वाईं.
पिछले साल दिल्ली की एक स्कूल टीचर ने भुवनेश्वर के महिला थाने में आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई थी. तब पीड़ित टीचर ने पुलिस को बताया था कि आरोपी ने उससे 2018 में नई दिल्ली के जनकपुरी स्थित आर्य समाज मंदिर में शादी की थी. शादी के बाद वह टीचर को कुछ समय के लिए भुवनेश्वर लाया था . बाद में उसे महिला टीचर को पता चला कि उसके पति ने उससे झूठ बोला है. उसकी पहचान नकली थी और वह पहले भी कई महिलाओं से शादी कर चुका था.
भुवनेश्वर डीसीपी के मुताबिक, आरोपी केंद्रपाड़ा के भगवानपुर के सिंघल इलाके का रहने वाला है और उसका असली नाम रमेश चंद्र स्वैन है. वह अक्सर देश के विभिन्न राज्यों में घूमता था. इस बीच में फुर्सत मिलने पर असम के गुवाहाटी में रहने वाली अपनी पहले की पत्नी के पास चला आता था. पुलिस पूछताछ में आरोपी ने कबूल किया कि 1982 से अब तक वह 23 शादियां कर चुका है. इन शादियों का मकसद महिलाओं के पैसे हड़प करना था. उससे पूछताछ के आधार पर पुलिस ने चार महिलाओं से संपर्क किया है. आरोपी रमेश चंद्र स्वैन ने वैकल्पिक चिकित्सा पद्धति में बैचलर की डिग्री ले रखी है. उसने कोलकाता से एमडी भी कर रखा है.
23 महिलाओं के पति रमेश चंद्र स्वैन ने पहली शादी 1982 में की थी, तब उसकी पहली पत्नी से तीन बच्चे हुए. उसने 2002 में एक अन्य महिला से भी शादी की और उसके दो बच्चे हैं. फिर 2002 से 2020 के बीच उसने 12 अन्य महिलाओं से शादी की और उनके कीमती सामान और पैसे हड़प लिए. उसने पंजाब सेंट्रल आर्म्ड फोर्स की एक अधिकारी से भी शादी की थी. आरोपी ने उस महिला अधिकारी के भी 10 लाख रुपये ठग लिए. और तो और, उसने उस गुरुद्वारा प्रबंधन को भी मेडिकल कॉलेज स्थापित करने के नाम पर 11 लाख का चूना लगाया, जहां उसने पुलिस अधिकारी से शादी की थी.
आरोपी रमेश चंद्र स्वैन को 2011 में हैदराबाद टास्क फोर्स ने बेरोजगार युवाओं और एमबीबीएस छात्रों से 2 करोड़ रुपये ठगने के आरोप में गिरफ्तार किया था. तब उसने CHERI के फर्जी डिप्टी डायरेक्टर जनरल बनकर करोड़ों की ठगी की थी. इसके अलावा आरोपी अब तक 128 बैंकों को फर्जी आईडी और पेरोल सर्टिफिकेट के जरिये क्रेडिट कार्ड लेकर चूना लगा चुका है.
पढ़ें: अरुणाचल प्रदेश : पिकअप वैन खाई में गिरी, चार लोगों की मौत, नौ गंभीर