हांगकांग : अलीबाबा के एक कर्मचारी के साथ हुई यौन हिंसा के दोषी एक व्यक्ति को कोर्ट ने 18 महीने जेल की सजा सुनाई है. बता दें कि अलीबाबा के महिला कर्मचारी ने अपने खिलाफ हुई हिंसा मामले में जब प्रबंधन की तरफ से कोई संतोषजनक कार्रवाई नहीं की गई तब उसने उस घटना को सार्वजनिक कर दिया था. उसके साथ हुई यौन हिंसा के कारण चीनी समाज में महिलाओं की स्थिति पर नए सिरे से चर्चा छिड़ गई थी. हिंसा का दोषी झांग गुओ एक सुपरमार्केट का प्रतिनिधि है. चीनी ई-कॉमर्स दिग्गज अलीबाबा के साथ बिजनेस डील के लिए बातचीत कर रहा था. जुलाई 2021 में दोषी झांग एक बिजनेस डिनर में अलीबाबा की महिला कर्मचारी झोउ से मिला था. उसके बाद पीड़िता झोउ ने दोषी झांग और अलीबाबा के एक अन्य पुरुष सहयोगी पर उसे जबरन शराब पिलाने का आरोप लगाया. साथ ही आरोप लगाया कि डिनर के दौरान और बाद में उसके होटल के कमरे में उसका यौन उत्पीड़न किया गया.
उसके बाद पीड़िता ने अलीबाबा के आंतरिक संदेश बोर्ड पर अपने साथ हुए यौन हमला को उजागर किया परंतु कंपनी की तरफ से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला. इससे दुखी होकर पीड़िता ने अपने साथ हुई यौन हमले को सार्वजनिक कर दिया. साथ ही कहा कि उसके पास इसके अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था. अपने आधिकारिक वीचैट पर बुधवार को अदालत द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, जिनान की एक अदालत ने बुधवार को झांग को रात के खाने में और अगले दिन पीड़िता के होटल के कमरे में नशे के दौरान जबरन अभद्रता का दोषी पाया और उसे 18 माह की जेल की सजा सुनाई.
पीडिता ने यह भी कहा कि झांग को अपने किए पर कोई पछतावा नहीं था और न ही उसने अपने दोष के लिए कोई माफी मांगी. बता दें कि पीड़िता झोउ ने जब अपने साथ हुए यौन हिंसा आरोपों को सार्वजनिक किया, तो इस घटना ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया. अलीबाबा की पब्लिक में काफी छिछालेदारी हुई क्योंकि उन्होंने स्थिति को संभालने की कोई कोशिश नहीं की. इसके बाद अलीबाबा ने हमले के आरोपी पुरुष कर्मचारी को निकाल दिया और बयान जारी कर कहा कि यौन हमले को लेकर उसकी कंपनी में जीरो टॉलरेंस है.
अलीबाबा का कर्मचारी सरनेम वांग यौन हिंसा में दोषी था. उसको 15 दिनों की नजरबंदी का सामना करना पड़ा उसके बाद चीनी अभियोजकों ने उसके खिलाफ मामला वापस लिया. दिसंबर में अलीबाबा ने पीड़िता झोउ को भी नौकरी से निकाल दिया. तब कंपनी ने कहा ता कि पीडिता ने हमले की गलत जानकारी फैलायी थी इसलिए कंपनी ने उसे बर्खास्त कर दिया. उसके इस कृत्य की वजह से कंपनी को काफी नुकसान हुआ. पीडिता झोउ की नौकरी से तब निकाला गया जब अलीबाबा के सीईओ डैनियल झांग ने कंपनी के वर्क कल्चर में सुधार करने और अलीबाबा में यौन उत्पीड़न विरोधी नीतियां तैयार करने का वादा किया. हालांकि कोर्ट के फैसले आने के बाद अलीबाबा ने इस पर अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की है.
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पीटीआई