जम्मू : जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में एक मदरसा शिक्षक को कथित तौर पर पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों को सुरक्षा प्रतिष्ठानों से संबंधित जानकारी देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है (madrasa teacher arrested in Kishtwar). अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि कारी अब्दुल वाहिद (25), जो मौलवी के रूप में काम कर रहा था उस पर गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम और आपराधिक प्रक्रिया संहिता के तहत मामला दर्ज किया गया है.
11 आरआर, सीआरपीएफ 52 बीएन और किश्तवाड़ पुलिस ने संयुक्त अभियान के तहत उसकी गिरफ्तारी की है. अधिकारियों के मुताबिक दूल इलाके का रहने वाला वाहिद अपनी पत्नी और सात महीने के बेटे के साथ दादपेठ गांव के मदरसे में रह रहा था. अधिकारियों ने उसकी गिरफ्तारी को 'बड़ी सफलता' करार देते हुए कहा कि शुरू में सैन्य खुफिया ने एक संदिग्ध की मौजूदगी के बारे में जानकारी जुटाई थी जो सीमा पार सूचना दे रहा था. वाहिद विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर आया, जिन्होंने आरोपियों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए मिलकर काम किया. उन्होंने कहा कि उसे पिछले सप्ताह पूछताछ के लिए बुलाया गया था.
इस आतंकी संगठन के लिए कर रहा था काम : अधिकारियों ने कहा कि पुलिस, सैन्य खुफिया और राज्य जांच एजेंसी (एसआईए) द्वारा संयुक्त पूछताछ के दौरान वाहिद ने दिसंबर 2020 से आतंकी समूह कश्मीर जनबाज फोर्स (केजेएफ) के लिए काम करने और सुरक्षा प्रतिष्ठानों के वीडियो और तस्वीरें साझा करने की बात स्वीकार की. वाहिद का 'आतंकवाद की ओर झुकाव' था और वह सोशल मीडिया पर केजेएफ कमांडर तैयब फारूकी उर्फ उमर खताब के संपर्क में आया.
उन्होंने कहा कि वह सक्रिय आतंकवादी होने की पेशकश करने के अलावा ऑनलाइन समूह का सक्रिय सदस्य बन गया. अधिकारियों ने कहा कि वह कुछ अज्ञात लोगों के साथ नियमित रूप से संपर्क में था, संभवत: पाकिस्तानी खुफिया गुर्गों ने स्थानीय युवाओं को आतंकवाद में शामिल होने के लिए प्रेरित करने के लिए पैसे और नए फोन की पेशकश की थी.
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